2007 में टी-20 का पहला वर्ल्ड कप खेला गया। टी-20 वर्ल्ड कप शुरु होने के कुछ महीने पहले ही 50 ओवरों का वर्ल्ड कप हुआ था और बांग्लादेश की टीम ने उसमें इंडिया और साउथ अफ्रीका जैसी टीमों को हराकर बड़ा उलटफेर किया था। बांग्लादेश का वही प्रदर्शन टी-20 वर्ल्ड कप में भी जारी रहा। बांग्लादेश ने इस बार वेस्टइंडीज जैसी टीम को हराकर अपसेट किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज को उस समय तगड़ा झटका लगा जब सैय्यद रसेल ने विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल को बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया। इसके बाद शिवनारायण चंद्रपाल और डेवन स्मिथ ने संभलकर बल्लेबाजी की। मध्यक्रम में मार्लोन सैमुअल्स ने 14 गेंदों पर 27 रन बनाकर रन गति को तेजी से बढ़ाने की कोशिश की। आखिर के ओवरो में ड्वेन स्मिथ ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए 4 छक्कों की मदद से 7 गेंदों पर 29 रन बनाए। वेस्टइंडीज की टीम ने 20 ओवरो में 164 रनों का अच्छा स्कोर खड़ा किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम ने शानदार शुरुआत की। मोहम्मद अशरफुल और आफताब अहमद ने महज 11 ओवरों के अंदर ही 109 रन जोड़ डाले। आफताब अहमद 49 गेंदों पर 62 रन बनाकर नाबाद रहे। अपनी खूबसूरत पारी के दौरान उन्होंने 8 चौके लगाए। अशरफुल सबसे ज्यादा खतरनाक रहे और उन्होंने महज 27 गेंदों पर 61 रनों बना डाले। अपनी पारी के दौरान उन्होंने 7 चौके और 3 लंबे-लंबे छक्के लगाए। शाकिब अल हसन ने 9 गेंदों पर 13 रन बनाए। वेस्टइंडीज के कप्तान राम नरेश सरवन ने उनका विकेट चटकाया। सरवन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे मोहम्मद अशरफुल को भी पवेलियन भेजा। हालांकि तब तक वेस्टइंडीज के लिए बहुत देर हो चुकी थी। बांग्लादेश ने 2 ओवर शेष रहते ही लक्ष्य हासिल कर लिया।