दक्षिण अफ़्रीकी सरकार ने क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका पर लगे प्रतिबन्ध को हटा लिया है। सरकार ने किसी भी ग्लोबल टूनामेंट के आयोजन करने के लिए क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका पर प्रतिबन्ध लगाया था, लेकिन उचित रूप से सभी मानदंडो में सुधार होने के बाद सीएसए पर लगे प्रतिबन्ध को हटा दिया है। एमिनेंट पर्सन्स ग्रुप, (ईपीजी) जो एक स्वतान्त्रिक समिति है और इसका गठन दक्षिण अफ्रीका सरकार ने सभी खेल विभागों में सुधार लाने के लिए किया है। इस समिति ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह सुनिश्चित किया है कि सीएसए ने पिछले एक साल से सभी दिशा-निर्देशों को स्वीकार किया है। ईपीजी ने पिछले साल क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका को चौंकाते हुए 3 अन्य खेल विभागों पर प्रतिबन्ध लगा दिया था, जिसमें रग्बी इकाई भी शामिल थी। दक्षिण अफ्रीका के खेल मंत्री फिकिले एमबोलुला का कहना था कि इन सभी खेल विभागों में उचित रूप से सुधार करने की जरूरत है। इसीलिए इन विभागों को कोई भी बड़ा टूर्नामेंट आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जायेगी और सभी विभागों पर एक साल का प्रतिबन्ध लगाया जाता है। सीएसए ने अपनी गलतियों को सुधारा और परिस्थितियों को समझते हुए अपने टीम सेलेक्सन को भी ठीक किया है। सीएसए ने राष्ट्रीय टीम में प्रभावशाली फैसले से औसतन 6 दक्षिण अफ़्रीकी खिलाड़ियों और 2 ब्लैक अफ़्रीकी खिलाड़ियों को टीम में रखने का फैसला लिया था। इसी लक्ष्य को आगे बढाया गया और इसमें सीएसए को कामयाबी भी मिली है। सीएसए ने ईपीजी के साथ मिलकर बहुत से क्षेत्रों में सुधार करने की कोशिश की है। सीएसए ने ईपीजी के आदेशानुसार जूनियर लेवल पर भी काम किया है। इसीलिए ईपीजी ने सीएसए को हरी झंडी दिखाते हुए उन पर लगे एक साल के प्रतिबन्ध को हटा दिया है। प्रतिबन्ध लगने से बोर्ड पर सीधा प्रभाव नही पड़ा लेकिन 2018 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए सीएसए को सुधार करने के मौके मिले हैं और इस पर वे खरा भी उतरे हैं। 2018 टी20 वर्ल्ड कप के अलावा 2023 तक दक्षिण अफ्रीका में आईसीसी का कोई बड़ा इवेंट नहीं होना है।