INDvSL: संजय मांजरेकर ने कहा, डीआरएस के लिए बल्लेबाज ड्रेसिंग रुम से मदद मांग सकता है

भारत और श्रीलंका के बीच कोलकाता टेस्ट मैच के दौरान डीआरएस को लेकर एक और विवाद हुआ। टीवी पर देखकर ऐसा लगा कि श्रीलंका टीम के ऑलराउंडर दिलरुवान परेरा ने ड्रेसिंग रुम की तरफ से इशारा मिलने के बाद डीआरएस लिया और इसका उन्हें फायदा भी हुआ। हालांकि भले ही ये डीआरएस विवादित रहा हो लेकिन पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने इसका समर्थन किया है। उनका मानना है कि बल्लेबाज को डीआरएस लेने के लिए और ज्यादा छूट मिलनी चाहिए। मांजरेकर ने कहा कि मुझे लगता है हमने टीवी पर जो देखा कि ड्रेसिंग रुम से कुछ इशारा आया फिर बल्लेबाज ने डीआरएस लिया लेकिन ऐसा नहीं है, इसका कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है। आपको ऑबजर्वेशन के लिए कुछ मदद चाहिए होती है। मांजरेकर ने कहा कि अगर आप बल्लेबाजी करने वाली टीम हैं और ड्रेसिंग रुम से आपको 15 सेकेंड्स के अंदर कोई संदेश मिलता है तो इसको ज्यादा तूल नहीं दिया जाना चाहिए। मांजरेकर ने ये भी कहा कि फील्डिंग करने वाली टीम के पास सलाह-मशविरा के लिए 11 खिलाड़ी होते हैं लेकिन बल्लेबाज दो ही क्रीज पर होते हैं। अगर बल्लेबाज बाहर से मदद चाहता है तो उसे भी इसकी अनुमति मिलनी चाहिए। गौरतलब है श्रीलंका की पारी के 57वें ओवर के दौरान दिलरुवान परेरा को मोहम्मद शमी की गेंद पर अंपायर द्वारा पगबाधा आउट दिया गया। वो पवेलियन की तरफ चलने भी लगे लेकिन इसके बाद लौट आए और रिव्यू ले लिया। शायद ड्रेसिंग रुम की तरफ से उन्हें कुछ इशारा मिला। परेरा का रिव्यू सफल रहा और वो आउट होने से बच गए। इससे पहले भी भारत और ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के दौरान ऐसा ही कुछ हुआ था। तब ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ पर डीआरएस के लिए ड्रेसिंग रुम से मदद लेने का आरोप लगा था। इसको लेकर काफी विवाद भी हुआ था। अब परेरा के इस रिव्यू ने फिर से एक नई बहस को जन्म दे दिया है। मांजरेकर ने इसका समर्थन किया है, ऐसे में और भी कई खिलाड़ियों के बयान इसको लेकर आ सकते हैं।

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