पूर्व भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया की बल्लेबाजी को कमजोर बताया है। उन्होंने एक साक्षात्कार में इस बात का जिक्र करते हुए सफ़ेद गेंद की तुलना में लाल गेंद के खेल में टीम की बल्लेबाजी कमजोर बताई। इसके पीछे उन्होंने मुख्य वजह अभ्यास में कमी को माना।
द वीक से बातचीत करते हुए द्रविड़ ने कहा कि सफ़ेद गेंद के खेल का प्रचालन अधिक होने की वजह से भारतीय टीम का प्रदर्शन इसमें उम्दा रहता है। लाल गेंद से अभ्यास नहीं हो रहा इसलिए प्रदर्शन पर भी असर पड़ा है। इसके अलावा इस पूर्व महान खिलाड़ी ने कहा कि टेस्ट सीरीज से पहले अभ्यास मैच और प्रथम श्रेणी मैचों में खिलाड़ियों को जरुर खेलना चाहिए।
इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम ने एक ही अभ्यास मैच खेला था और उसमें भी एक दिन का खेल कम कर दिया गया था। राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड दौरे पर टीम की हार के लिए पहले ही बल्लेबाजी को जिम्मेदार बता चुके हैं। निरंतर अभ्यास से टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी मजबूत की जा सकती है और राहुल द्रविड़ ने इस बात पर जोर दिया।
अपने जमाने में द वॉल के नाम से मशहूर रहे इस व्यक्ति ने कहा कि टीम इंडिया का कार्यक्रम और अभ्यास व्यवस्था कड़ी होनी चाहिए। अंडर 19 और भारत ए के लिए भी हम ऐसा कर रहे हैं। इससे लाल बॉल के उम्दा खिलाड़ी निकलकर आएंगे।
देखा जाए तो यह बात सही भी है। टीम इंडिया के लिए हाल ही में हनुमा विहारी और पृथ्वी शॉ ने लाल गेंद के प्रारूप में डेब्यू किया है। मोहम्मद सिराज और मयंक अग्रवाल को भी वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम में शामिल किया गया है। सभी द्रविड़ की देखरेख में ही निखरकर यहां तक पहुंचे हैं। इस बात की उम्मीद भी की जानी चाहिए कि अगले टेस्ट में मयंक और सिराज को भी डेब्यू करने का मौका मिले।