भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में कृष्णप्पा गौतम द्वारा दी गई माफ़ीनामा पत्र पर सुनवाई करते हुए उन्हें माफ़ करने का फैसला लिया है। बोर्ड ने उन्हें पिछले महीने दिलीप ट्रॉफी का अनादर करने को लेकर घरेलू क्रिकेट से निलंबित कर दिया था। बीसीसीआई के द्वारा गठित अनुशासन समिति के अध्यक्ष सीके खन्ना ने गौतम द्वारा माफ़ीनामा पत्र स्वीकार किया और उन्हें माफ़ करने का फैसला लिया है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया न्यूज़ पेपर के सूत्रों से पता चला है कि बीसीसीआई की अनुशासन समिति ने कृष्णप्पा गौतम को माफ़ करते हुए इस मामले को बंद करने का फैसला लिया है साथ ही भविष्य में इस प्रकार की गलती करने पर उन्हें कड़ी चेतावनी भी दी गई है। कर्नाटक के ऑलराउंडर कृष्णप्पा गौतम दिलीप ट्रॉफी के दौरान पहला मैच खेलने के बाद टाइफाइड का कारण बताते हुए दिलीप ट्रॉफी के आगे के मैच में नहीं खेला। लेकिन उसी दौरान वो कर्नाटक प्रीमियर लीग में बीसीसीआई की इजाजत के बिना एक टी20 मैच में खेलते हुए नजर आये। इस मामले को बोर्ड ने गंभीरता से लेते हुए उन्हें तुरंत घरेलू क्रिकेट से निलंबित किया लेकिन गौतम ने बोर्ड से माफ़ी मांगते हुए और पूर्ण कारण बताते हुए कहा कि जब मैंने दिलीप ट्रॉफी से जाने के बारे में सोचा तो मुझे टाइफाइड था लेकिन बैंगलोर में पहुंचते ही मुझे वायरल बुखार था, जिसमें मैं टी20 मैच खेल सकता था। इसलिए मैंने केपीएल में हिस्सा लेने का फैसला लिया। दिलीप ट्रॉफी के पहले मैच में शानदार प्रदर्शन करने के बाद गौतम का चयन न्यूज़ीलैंड 'ए' के खिलाफ भारत 'ए' की टीम में होना लगभग तय था लेकिन उनकी गलती के कारण उन्हें घरेलू मैचों से निलंबित कर दिया गया था। गौतम ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी भारत 'ए' के लिए उम्दा प्रदर्शन किया था। रणजी ट्रॉफी से पहले उनके माफ़ीनामा पत्र को स्वीकार करते हुए उन्हें माफ़ी दे दी गई है, जिसके कारण वह अब बीसीसीआई द्वारा आयोजित किसी भी घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा ले सकते हैं।