12 जून को बैंगलोर में होने वाले मंसूर अली खान पटौदी मेमोरियल लेक्चर के लिए इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी केविन पीटरसन का चयन किया गया है। कुमार संगकारा उपलब्ध नहीं थे इसलिए पीटरसन को इसके लिए चुना गया लेकिन अब इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस फैसले पर बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने सवाल उठाए हैं और कहा है कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं दी गई। सीओए और बीसीसीआई को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि इसके लिए एक विदेशी खिलाड़ी का चयन करते वक्त 3 बीसीसीआई अधिकारियों को कुछ नहीं बताया गया। उन्होंने कहा कि इस बारे में जब 8 मई को बैंगलोर में मुझसे चर्चा की गई थी तब मैंने कुछ पूर्व भारतीय खिलाड़ियों का नाम सुझाया था। इसमें नारी कॉन्ट्रैक्टर, चंदू बोर्डे, इरापल्ली प्रसन्ना और अब्बास अली जैसे खिलाड़ी थे। इन सभी खिलाड़ियों का नाम मैंने इसलिए सुझाया था क्योंकि ये सभी मंसूर अली खान के साथ खेल चुके हैं। अगर इनमें से कोई खिलाड़ी होता तो ज्यादा अच्छा होता। उन्होंने कहा कि ये पटौदी मेमोरियल लेक्चर है, सर लेन हटन लेक्चर या सर फ्रैंक वूले लेक्चर नहीं। बीसीसीआई के क्रिकेट ऑपरेशंस के मैनेजर सबा करीम ने सीओए और बीसीसीआई के अधिकारियों को एक मेल किया था और इस बात की जानकारी दी थी कि पीटरसन इस लेक्चर के लिए उपलब्ध रहेंगे। कुमार संगकारा कमेंट्री की वजह से इस लेक्चर में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। अमिताभ चौधरी ने कहा कि 8 मई को मेरी और सबा करीम की इस मामले पर बात हुई थी। मैंने उनको कुछ नाम सुझाव दिया था, उन्होंने भी अपनी तरफ से कुछ नाम बताए थे लेकिन मैंने कहा था कि पहले वो मेरे द्वारा सुझाए गए नामों पर विचार करें। मुझसे कहा गया था कि इसमें अभी बहुत समय है और जल्दबाजी की जरुरत नहीं है लेकिन अचानक ये फैसला ले लिया गया।