भारतीय क्रिकेट को चलाने वाली संस्था बीसीसीआई और लोढ़ा समिति के बीच काफी दिनों से चल रही जंग के परिणाम की सुनवाई को सुप्रीम कोर्ट ने आज और आगे बढ़ा दिया है। बता दें कि बीसीसीआई और लोढ़ा समिति के बीच चल रही जंग का परिणाम 5 दिसम्बर, यानि आज के दिन घोषित किया जाना था। जिसको सुप्रीम कोर्ट ने अब आगे बढ़ाकर 9 दिसम्बर कर दिया है। इससे पहले टाइम्स ऑफ़ इंडिया के साथ एक आधिकारिक सूत्र ने बताया था " हम कार्ट के फैसले का इंतज़ार कर रहे हैं, सुप्रीम कोर्ट के फैसले में देरी हो रही है, आम तौर पर, आईपीएल के तीन महीने बाद, बीसीसीआई ने लोगों से आईपीएल टीमों के बारे में जानने की कोशिश की थी कि टीमों के लिए क्या बेहतर रहेगा, उसके बाद उन्होंने एक मीटिंग भी की थी जिसमे आईपीएल टीमों की ज़रूरतों को साझा किया गया था और कुछ महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए थे, लेकिन अभी तक उन फैसलों का कोई निवारण नहीं हो पाया है" आगे यह भी सुझाव दिया गया है कि पूर्व केंद्रीय गृह सचिव जीके पिल्लई को बीसीसीआई के पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया जाएगा।बीसीसीआई और लोढ़ा समिति के बीच चल रही जंग के कारण आईपीएल टूर्नामेंट पर भी खासा असर दिखाई दे रहा है। जहां आईपीएल टीमें महत्वपूर्ण फैसले का इंतज़ार कर रही हैं वहीं इस विवाद के कारण आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिक काफी परेशान नज़र आ रहे हैं। इसके साथ ही वह लोढ़ा समिति और बीसीसीआई के बीच जंग के महत्वपूर्ण फैसले का भी इंतज़ार कर रहे हैं जो अब आगे बढ़ा दिया गया है। चल रहे इस संघर्ष के कारण निशचित रूप से बीसीसीआई पर गहरा प्रभाव पड़ा है और जब तक सुप्रीम कोर्ट से बीसीसीआई को हरी झंडी नहीं मिल जाती तब तक इसका असर साफ़ नज़र आ सकता है। गौरतलब है कि बीसीसीआई और लोढ़ा समिति के बीच काफी दिनों से चल रही जंग का असर भारतीय क्रिकेट पर भली भांति देखा जा सकता है। अब सुप्रीम कोर्ट बीसीसीआई और लोढ़ा समिति के बीच इस जंग का फैसला 9 दिसम्बर को घोषित करेगा।