बीसीसीआई ने घरेलू सीजन के लिए राज्य टीमों के लिए जारी किये निर्देश

बीसीसीआई ने कोरोना नियमों के लिए काफी सख्ती दिखाई है
बीसीसीआई ने कोरोना नियमों के लिए काफी सख्ती दिखाई है

बीसीसीआई (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट के लिए खाका तैयार कर लिया है। राज्य टीमों को बोर्ड की तरफ से अहम निर्देश मिले हैं। कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए इस बार भी घरेलू सीजन के टूर्नामेंट बायो बबल में ही आयोजित किये जाएंगे। बोर्ड ने टीमों को कोरोना के कारण किसी भी तरह का पब्लिक ट्रांसपोर्ट इस्तेमाल नहीं करने का निर्देश दिया है।

टीमों में अधिकतम 30 सदस्यों को शामिल किया जा सकेगा। कोरोना वायरस के कारण बाद में बायो बबल में किसी खिलाड़ी को लाने की अनुमति नहीं होगी। इसलिए पहले ही 20 खिलाड़ी रखने के लिए कहा गया है। बाकी 10 सपोर्ट स्टाफ होगा। इसके अलावा सभी के लिए छह दिनों का अनिवार्य क्वारंटीन भी किया गया है।

क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई ने सख्ती दिखाते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट इस्तेमाल करने पर पूरी तरह से मना किया है। जहाँ तक वेतन की बात है, तो खेलने वाले 11 खिलाड़ी शत प्रतिशत वेतन के हकदार होंगे, वहीँ बेंच स्ट्रेंथ के 9 खिलाड़ियों को 50 फीसदी वेतन दिया जाएगा। अगर किसी भारतीय टीम के खिलाड़ी को बीसीसीआई द्वारा घरेलू क्रिकेट में भेजा जाता है, तो उनको इन 20 खिलाड़ियों से ज्यादा सैलरी दी जाएगी।

क्वारंटीन नियमों की बात की जाए, तो टीमों को 6 दिन के लिए क्वारंटीन होना होगा। इसके बाद नॉक आउट दौर के लिए दूसरे सेंटर पर जाने के बाद भी होटल में 6 दिनों के लिए क्वारंटीन होना होगा। इस तरह से कड़े बायो बबल नियमों का पालन टीमों को करना होगा।

खिलाड़ियों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट की व्यवस्था भी की गई है। इसकी रिपोर्ट 12 से 24 घंटे में आ जाएगी। समय-समय पर टेस्ट होते रहेंगे। अगर कोई खिलाड़ी कोरोना संक्रमित पाया जाता है, तो दस दिनों के लिए आइसोलेशन में जाना होगा। वापस आने के लिए वहां के लोकल अथोरिटी के नियमों का पालन करते हुए ही आना होगा। 24 घंटे में बिना कोई दवा के खिलाड़ी में कोरोना के लक्षण नहीं हो और टेस्ट भी नेगेटिव आया हो, तब उसे टीम में शामिल होने की अनुमति दे दी जाएगी।

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Edited by निरंजन