टोक्यो ओलम्पिक के भाला फेंक स्पर्धा में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने के बाद बीसीसीआई (BCCI) की तरह से इनामी राशि देने का ऐलान हुआ है। इस ओलम्पिक में पदक जीतने वाले सभी एथलीटों के लिए राशि का ऐलान बीसीसीआई ने किया है। इसमें गोल्ड, सिल्वर और ब्रोंज के लिए अलग-अलग इनामी राशि होगी।
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने इस बारे में एक ट्वीट करते हुए बताया कि गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा को 1 करोड़ रूपये दिए जाएंगे। इसी तरह मीराबाई चानू और रवि दहिया को 50-50 लाख रूपये दिए जाएंगे। दोनों ने सिल्वर मेडल जीते हैं। पीवी सिंधू, लवलिना बोरगोहई और बजरंग पूनिया ने कांस्य पदक जीते थे, उन्हें 25-25 लाख रूपये की इनामी राशि देय होगी। पुरुष हॉकी टीम को कांस्य पदक के लिए 1 करोड़ 25 लाख रूपये दिए जाएंगे।
गौरतलब है कि टोक्यो ओलम्पिक में भारत के नीरज चोपड़ा ने 87.58 मीटर लम्बा भाला फेंकते हुए पहला स्थान हासिल किया। उनकी दूरी तक अन्य कोई भी एथलीट भाला नहीं फेंक पाया और भारत ने स्वर्ण पदक के साथ ओलम्पिक खेलों में अभियान समाप्त किया। कुल सात पदक भारत के खाते में इस बार आए हैं। कई मौके ऐसे भी आए जहाँ पदक से एक कदम पीछे कुछ खिलाड़ी रहे। महिला हॉकी टीम भी उनमें से एक थी।
नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल सहित अब भारत के ओलम्पिक में 10 स्वर्ण पदक हो गए हैं। आठ स्वर्ण सिर्फ हॉकी में मिले हैं। अभिनव बिंद्रा ने 2008 के ओलम्पिक में शूटिंग में गोल्ड मेडल जीता था। ओलम्पिक खेलों में भारत को पहली पार सात पदक मिले हैं जो सबसे ज्यादा है। इससे पहले ऐसा नहीं हुआ था।
बीसीसीआई ने भी इन खेलों में भारत का अभियान समाप्त होने तक इन्तजार किया और अब एक साथ सभी मेडल विजेताओं के लिए इनामी राशि का ऐलान किया है।