पाकिस्तान के क्रिकेट बोर्ड के खिलाफ वित्तीय विवाद की सुनवाई को लेकर बीसीसीआई यूके के एक वकील का सहारा लेगी। द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलने को लेकर पीसीबी ने आईसीसी में दायर शिकायत में वित्तीय नुकसान होने का हवाला दिया है। दोनों बोर्ड अब कानूनी लड़ाई के लिए आपने-सामने हैं। दुबई में भारतीय टीम एशिया कप में 19 सितम्बर को पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला खेलेगी लेकिन यह द्विपक्षीय सीरीज के अंतर्गत नहीं आता। पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम की कोई सीरीज नहीं होने से पीसीबी ने 70 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान बताया है। आईसीसी की विवाद निवारण समिति मामले में सुनवाई करेगी। यह दुबई में 1 से 3 अक्टूबर के बीच चलेगी। यूके से स्पोर्ट्स वकील इयान मिल्स भारत का पक्ष रखेंगे। उनके साथ दुबई की कानूनी फर्म हर्बर्ट स्मिथ फ्रीहिल्स और भारत की सिरिल अमरचंद भी कार्य करेगी। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़ सुनवाई को लेकर बीसीसीआई के सचिव अमिताभ चौधरी, सीईओ राहुल जोहरी ने एक मीटिंग की है। इन दोनों ने वकीलों और कानूनी संस्थाओं के साथ दुबई में बैठक कर मामले पर विस्तार से चर्चा की है। आईसीसी का मुख्यालय दुबई में है लेकिन गवर्निंग बॉडी का संविधान अंग्रेजी लॉ मानता है इसलिए कार्यवाई से सम्बंधित सभी चीजों के लिए यूके से विधि विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाती है। भारतीय टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच 11 साल पहले 2007 में खेला था। वन-डे मुकाबला 5 वर्ष पहले 2013 में खेला गया था। इसके बाद कोई सीरीज नहीं होने पर पीसीबी ने बीसीसीआई पर आईसीसी के फ्यूचर टूर प्लान का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए नुकसान होने की बात कही। द्विपक्षीय सीरीज के अलावा भारत और पाकिस्तान की टीमें आईसीसी टूर्नामेंट में खेलते रहे हैं। दोनों टीमों के बीच पिछले वर्ष आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेला गया था। एशिया कप में भी दोनों टीमें 19 सितम्बर को आमने सामने होंगी।