बीसीसीआई (BCCI) की वार्षिक आम सभा में दस आईपीएल (IPL) टीमों के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। बीसीसीआई ने इसे अगले साल लागू नहीं करने के बजाय 2022 में लागू करने का निर्णय लिया है। इसका सीधा अर्थ यही है कि आईपीएल के अगले सीजन में आठ और बाद के सीजन में दस टीमें होंगी। बीसीसीआई की वार्षिक आम सभा अहमदाबाद में चल रही है। आईपीएल की नई टीमों से प्रारूप का स्वरूप भी बदलेगा।
आईपीएल में दो नई टीमों को शामिल करने से प्रारूप का स्वरूप अलग हो जाएगा। इसमें ढ़ाई महीने में 94 मैच खेले जाएंगे। इसके अलावा 2028 के लॉस एंजेलिस ओलंपिक्स में टी20 प्रारूप को शामिल करने का समर्थन भी किया गया है। इसके अलावा नए बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला के चयन की घोषणा भी इस बैठक में की गई है।
आईपीएल का मुद्दा मुख्य रहा
बोर्ड की मीटिंग में कई अन्य मामले भी थे लेकिन आईपीएल में टीमें बढ़ाने का मसला अहम रहा। बीसीसीआई ने दो टीमों को बढ़ाने की मंजूरी देते हुए नए प्रारूप को अगले साल नहीं लगाते हुए 2022 में लागू करने का निर्णय लिया है। दो टीमें कौन सी होंगी, इसके बारे में जानकारी बाद में ही सामने आएगी। फ़िलहाल सिर्फ प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
एजीएम में यह फैसला भी लिया गया कि कोरोना वायरस के कारण हुए नुकसान के लिए घरेलू खिलाड़ियों को मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा सौरव गांगुली आईसीसी निदेशक बने रहेंगे। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की रुपरेखा पर भी विचार विमर्श किया गया।
मीटिंग के पहले दिन सौरव गांगुली और जय शाह की टीमों के बीच एक फ्रेंडली मैच खेला गया था। इसमें नए उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला रेफरी थे। जय शाह की टीम ने पहले खेलते हुए बारह ओवरों में 128 रन का स्कोर खड़ा किया। जवाब में खेलते हुए सौरव गांगुली की टीम 28 से मैच हार गई। हालांकि दादा ने तूफानी अर्धशतक जड़ा था।