आईपीएल (IPL) के आगामी सीजन के दौरान बीसीसीआई काफी करीबी नजर रखेगी। इसकी वजह ये है कि इस साल वर्ल्ड कप भी होना है और बोर्ड चाहता है कि सभी भारतीय खिलाड़ी इसके लिए पूरी तरह से फिट और तरोताजा रहें और उन्हें कोई इंजरी ना हो। वहीं एक फ्रेंचाइजी ऑफिशियल के मुताबिक बीसीसीआई टीमों को ये नहीं कह सकती है कि इस खिलाड़ी को सिर्फ इतने मैच खिलाने हैं। ये बीसीसीआई के अधिकार क्षेत्र में नहीं है।
दरअसल नए साल के पहले दिन बीसीसीआई की रिव्यू मीटिंग हुई। इसमें हेड कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा, चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा और एनसीए हेड वीवीएस लक्ष्मण भी मौजूद रहे। मुंबई के एक होटल में करीब चार घंटे तक ये मीटिंग चली और इस दौरान कई अहम फैसले लिए गए। बीसीसीआई प्रेसिडेंट रोजर बिन्नी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस मीटिंग में हिस्सा लिया।
इस बैठक में वर्ल्ड कप के लिए 20 प्लेयर्स का चयन किया गया। इन्हीं 20 खिलाड़ियों को रोटेट किया जाएगा ताकि इनकी वर्ल्ड कप की तैयारी काफी अच्छी तरह से हो सके। इसके अलावा एक निर्णय ये भी लिया गया कि नेशनल क्रिकेट एकेडमी आईपीएल 2023 में हिस्सा लेने वाले कुछ खिलाड़ियों के फिटनेस के ऊपर नजर रखेगी और आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ मिलकर काम करेगी।
'बीसीसीआई सिर्फ खिलाड़ियों के फिटनेस को मॉनिटर कर सकती है'
हालांकि आईपीएल फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी का कहना है कि बीसीसीआई किसी प्लेयर को रेस्ट देने या कम मैच खिलाने का दबाव नहीं डाल सकती है। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा,
बीसीसीआई फ्रेंचाइजी से ये नहीं पूछ सकती है कि किसी खिलाड़ी को किसी भी आईपीएल गेम के लिए रेस्ट दो। वे निश्चित तौर पर वर्कलोड को मॉनिटर कर सकते हैं और किसी भी डाटा के बारे में जानकारी मांग सकते हैं लेकिन वो ये नहीं कह सकते हैं कि ये खिलाड़ी इतने मैचों में खेल सकता है या सिर्फ इतने ही ओवर गेंदबाजी कर सकता है।