क्या है पूरी कहानी ? कोर्ट-कचहरी से जूझ रही बीसीसीआई के लिए ये खबर सुकून भरी हो सकती है। आईपीएल के मीडिया राइट्स से बीसीसीआई कम से कम 1800 करोड़ रुपए कमा सकती है। 2018 के सीजन के लिए आईपीएल के ब्रॉडकास्ट राइट्स और डिजिटल राइट्स को मिलाकर बीसीसीआई के पास काफी पैसे आने वाले हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई इससे 18,000-30,000 करोड़ की भारी-भरकम रकम कमा सकती है। हालांकि इसके लिए अभी कोई समय की बाध्यता नहीं है और बीसीसीआई के नए प्रशासनिक अधिकारी फाइनल डिसीजन के लिए थोड़ा समय ले सकते हैं। बीसीसीआई से जुड़े एक सूत्र ने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि ' बीसीसीआई के पहले के जो बॉस रहे हैं उन्होंने काफी जल्दबाजी में आईपीएल की डील की। लोढ़ा कमेटी ने इस पर पूरी तरह रोक लगा दी है। बीसीसीआई के ऑफिस के किसी भी अधिकारी को ऐसी कोई डील करने की इजाजत नहीं है। इस वक्त बीसीसीआई कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लेती है। डिटेल्स सोनी टीवी के साथ इस वक्त बीसीसीआई की जो डील है उसके मुताबिक बीसीसीआई को 10 सालों में लगभग 6, 700 करोड़ रुपए मिलेंगे। हालांकि आईपीएल की लोकप्रियता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है, लोग इसको काफी पसंद कर रहे हैं। इसलिए हो सकता है कि बीसीसीआई अपनी डील और महंगी कर दे। वहीं हाल ही में हुए डिमोनिटाइजेशन का भी कोई फर्क बीसीसीआई पर नहीं पड़ा है। हर साल आईपीएल से बीसीसीआई की अच्छी-खासी कमाई होती है। नई गाइडलाइन के मुताबिक 25 अक्टूबर तक बोली लगाई जा सकेगी। जिसके बाद 2027 तक टीसी राइट्स दे दिए जाएंगे। वहीं डिजिटल राइट्स 2022 तक के होंगे। अगर आपको नहीं पता है तो अभी आईपीएल के ब्रॉडकास्टिंग राइट्स सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (SPNI) के पास हैं। सोनी का बीसीसीआई के साथ 10 साल का डील हुआ था और इस साल ये डील खत्म हो रही है। हो सकता है कि अगली डील भी 10 साल के लिए हो और 2027 तक ये डील रहेगी। वहीं इसके डिजिटल राइट्स स्टार इंडिया के पास हैं। इसके मुताबकि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर मैचों का प्रसारण टीवी ट्रांसमिशन से 5 मिनट लेट होगा। वहीं स्टार के पास विदेशी राइट्स अमेरिका और ब्रिटेन के लिए हैं। स्पोर्ट्सकीड़ की राय बीसीसीआई में इस वक्त काफी उथल-पुथल मची हुई है और लोढ़ा कमेटी की सिफारिशें लागू होने के बाद बीसीसीआई की माली हालत भी थोड़ी अच्छी नहीं है। वहीं दूसरी तरफ बेशुमार पैसे की वजह से आईपीएल को हमेशा शक की निगाह से देखा गया है। लेकिन ये ब्रॉडकास्टिंग राइट्स बीसीसीआई के लिए काफी राहत भरे हो सकते हैं। इससे काफी हद तक जवाबदेही भी तय होगी।