बीसीसीआई ने एस श्रीसंत को एनओसी देने से किया इंकार

विवादों में घिरे तेज गेंदबाज एस श्रीसंत के खेल में वापसी की संभावनाओं को बड़ा झटका लगा है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) देने से मना कर दिया है। इसके साथ ही स्कॉटलैंड क्रिकेट लीग में उनके खेलने की उम्मीदें भी समाप्त हो गई है। बीसीसीआई के एक अधिकारी के अनुसार “2013 में आईपीएल के दौरान मैच फिक्सिंग में लिप्त होने की जांच में बोर्ड की अनुशासनात्मक समिति ने उन पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था। इस वजह से वे गिरफ्तार भी हो चुके हैं।“ बता दें कि 2013 में हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टूर्नामेंट में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए केरल के इस तेज गेंदबाज को मैच बीसीसीआई की मैच फिक्सिंग जांच में दोषी पाए जाने के बाद आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया। जब भारतीय घरेलू क्रिकेट में उनके खेलने के तमाम रास्ते बंद हो गए, तब श्रीसंत ने स्कॉटलैंड जाकर वहां के क्षेत्रीय लीग में खेलने का फैसला किया था। प्रतिबंध लगने से पहले इस तेज गेंदबाज ने भारत की ओर से 27 टेस्ट, 53 वन-डे और 10 टी20 मैचों में शिरकत की। इसके अलावा उन्होंने ग्लैमर की की दुनिया में भी हाथ आजमाए और राजनीति की तरफ रुख करते हुए 2016 में केरल में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा। गौरतलब है कि श्रीसंत और उनके साथ मैच फिक्सिंग में लिप्त पाए गए दो अन्य खिलाड़ियों को दिल्ली की एक कोर्ट से राहत मिल गई थी लेकिन बीसीसीआई ने उनके खेलने के सभी रास्ते बंद कर दिये। बोर्ड द्वारा इस खिलाड़ी को एनओसी के लिए इंकार करना भी भ्रष्टाचार के लिए कठोर रुख दर्शाता है। एस श्रीसंत को बोर्ड से सकारात्मक जवाब मिलने की उम्मीद थी। बीसीसीआई ने भ्रष्टाचार के मामलों पर सख्त रहने का संदेश देने के लिए ही केरल के इस तेज गेंदबाज के प्रार्थना पत्र को तुरंत प्रभाव से खारिज करते हुए मजबूत निर्णय लिया है।