आईपीएल को यूएई शिफ्ट करने के लिए भारत सरकार से अनुमति की जरूरत थी। इस पर आईपीएल चैयरमैन बृजेश पटेल का बयान आया है। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार से हमें लिखित में सभी कागजात मिल गए हैं। किसी भी टूर्नामेंट को भारत से बाहर शिफ्ट करने के लिए अनुमति जरूरी होती है और अब आईपीएल के रास्ते में कोई रुकावट शायद नहीं आएगी।
पीटीआई ने जब बृजेश पटेल से भारत सरकार से अनुमति से सम्बन्धित सवाल किया तो उन्होंने कहा कि हमें सभी कागजात लिखित में मिल गए हैं। पीटीआई से ही बीसीसीआई के एक अन्य सीनियर अधिकारी ने कहा कि एक बार जब हमें सरकार से मौखिक अनुमति मिली तब हमने यूएई के एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड को इसके बारे में बता दिया। अब हमारे पास कागजात भी आ गए हैं।
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आईपीएल के सरकार की अनुमति थी जरूरी
देश से बाहर जब किसी प्रकार का टूर्नामेंट कराया जाता है तो गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और खेल मंत्रालय की अनुमति लेना जरूरी होता है। बीसीसीआई को तीनों से अनुमति मिल गई है इसलिए आईपीएल के लिए अब कोई समस्या नहीं आएगी।टीमों को यूएई उड़ान भरने से 24 घंटे पहले कोरोना टेस्ट कराया होगा और टेस्ट नेगेटिव आने पर ही खिलाड़ी वहां जा पाएगा। 2 नेगेटिव टेस्ट भारत में आना जरूरी है उसके बाद ही खिलाड़ी को यूएई के लिए रवाना होनी की इजाजत मिलेगी। भारत में दो टेस्ट कराने अनिवार्य है। सभी टीमों और सपोर्ट स्टाफ को यह टेस्ट कराना होगा। बीसीसीआई ने इस बारे में पहले ही एक लम्बी गाइडलाइन जारी की है।
इस साल आईपीएल के स्पॉन्सर को लेकर भी बीसीसीआई को कार्य करना है। विवो के जाने से टेंडर प्रक्रिया से दूसरा प्रायोजक चुनना होगा। इसकी प्रक्रिया शुरू भी कर दी गई है। देखना होगा कि इस साल नया टाइटल प्रायोजक किसे चुना जाता है।
आईपीएल का आयोजन 19 सितम्बर से लेकर 10 नवम्बर के बीच होगा। मैचों के कार्यक्रम को लेकर फ़िलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई है। आगामी कुछ दिनों में इस पर भी स्थिति साफ़ होने की उम्मीद है।