बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेटरों की सैलरी में इजाफा किया है। बोर्ड सेक्रेटरी जय शाह ने इस बात का खुलासा करते हुए कहा है कि घरेलू क्रिकेट के खिलाड़ियों की सैलरी में वृद्धि की गई है। शाह ने एक ट्वीट के माध्यम से सैलरी के बारे में बताया है। अटकलें भी लगाई जा रही थी कि बोर्ड वेतन वृद्धि कर सकता है।
जय शाह ने बताया कि जो सीनियर खिलाड़ी 40 से ज्यादा मैच खेल चुके हैं उनकी सैलरी में 60 हजार रूपये की वृद्धि की गई है। अंडर 23 के खिलाड़ियों की सैलरी में 25 हजार रूपये बढ़ोतरी की गई है। अंडर 19 के खिलाड़ियों की सैलरी में 20 हजार रूपये की वृद्धि कर दी है।
एक सीनियर जर्नलिस्ट ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए कहा कि यह देखकर अच्छा लग रहा है कि अब रणजी खेलने वाले खिलाड़ी को 2 लाख 40 हजार रूपये मैच फीस के रूप में मिलेंगे। वहीँ अंडर 19 खिलाड़ियों को एक गेम के 60 हजार रूपये मिलेंगे और उनको सिंगल कमरे के हिसाब से पांच सितारा होटल में भी ठहराने की व्यवस्था की गई है।
2019-20 सीज़न में भाग लेने वाले क्रिकेटरों को कोरोना के कारण रद्द हुए सीज़न के मुआवजे के रूप में 50 प्रतिशत अतिरिक्त मैच शुल्क मिलेगा। पिछले साल बोर्ड को रणजी ट्रॉफी को रद्द करना पड़ा और केवल सीमित ओवरों के टूर्नामेंट आयोजित किये जा सके थे।
बीसीसीआई की अपेक्स कमेटी की मीटिंग में यह अहम निर्णय लिया गया। इससे पहले मांग भी उठ रही थी कि घरेलू खिलाड़ियों की सैलरी में वृद्धि की जाए। बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली की प्राथमिकता में यह काम था कि घरेलू लेवल पर सैलरी बढ़ाई जाए। अब यह कार्य करते हुए बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेटरों के चेहरों पर भी मुस्कान लाने का काम किया है। इस साल भी रणजी ट्रॉफी नहीं होगी लेकिन अगले साल की शुरुआत में ही इसका आयोजन होगा।