आईपीएल (IPL) का 14वां सीजन 29 मैच पूरे होने के बाद कोरोना वायरस की भेंट चढ़ गया और इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। बायो बबल तोड़ने के कारण कुछ खिलाड़ी कोरोना संक्रमित पाए गए और तमाम संभावनाओं को खंगालने के बाद बीसीसीआई को टूर्नामेंट स्थगित करना बड़ा। सवाल यह भी है कि इस तरह आधा सफर तय कर चुके टूर्नामेंट को बंद करने पर बीसीसीआई को कितना नुकसान हुआ होगा।
इंडियन प्रीमियर लीग की वजह से बीसीसीआई को 2000 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ सकता है। भारतीय बोर्ड के लिए सबसे बड़ा नुकसान उनके आधिकारिक प्रसारण भागीदार, स्टार स्पोर्ट्स से मिलने वाले पैसे में होगा। स्टार ने पांच साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर किये हैं जहां 16,347 करोड़ रूपये का भुगतान इस प्रसारक को करना होगा। हर वर्ष के हिसाब से देखा जाए तो प्रसारक को 3200 करोड़ रूपये से ज्यादा की राशि बोर्ड को देनी होगी।
बीसीसीआई को बड़ा नुकसान
आईपीएल के एक सीजन में 60 मैच खेले जाते हैं। इसका अर्थ यह है कि स्टार से बीसीसीआई को एक मैच के 54 करोड़ रूपये से अधिक राशि मिलती है। इस सीजन आईपीएल में खेले गए 29 मैचों की राशि 1580 करोड़ रूपये बनती है। इसका सीधा अर्थ है कि बीसीसीआई को 1680 करोड़ रूपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
टाइटल स्पॉन्सर वीवो से बीसीसीआई को हर सीजन 440 करोड़ रूपये मिलते हैं। आधे सीजन में आईपीएल रूकने पर यह भुगतान भी आधा ही होगा। इसके अलावा ड्रीम इलेवन, अनअकेडमी, क्रेड अपटोक्स आदि स्पॉन्सरों से भी आधी राशि मिलेगी। कुल मिलकर देखा जाए तो बीसीसीआई को 2000 से 2500 रूपये का नुकसान होने का अनुमान है। एक रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के किसी सीनियर अधिकारी ने नुकसान होने वाली राशि 2200 करोड़ रूपये के करीब बताई है। देखना होगा कि बोर्ड आईपीएल के बचे हुए सीजन के लिए आगे क्या निर्णय लेता है।