लम्बे लॉक डाउन के बाद स्टेडियम खोलने की अनुमति मिलने पर बीसीसीआई की तरफ से आईपीएल को लेकर प्रतिक्रिया आई है। बोर्ड की तरफ से कहा गया है कि आईपीएल आयोजन के लिए फिलहाल सोचना सही नहीं है। आईपीएल के लिए खिलाड़ियों के यात्रा के साधन भी अभी खुले नहीं हैं।
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार बोर्ड के ट्रेजरर अरुण धूमल ने कहा है
"खिलाड़ियों और स्टाफ की सुरक्षा पहले है तथा ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा जो भारत को कोरोना की लड़ाई में मुश्किल में डाल दे। सरकार ने क्रिकेट स्टेडियम खोलने की अनुमति दी है लेकिन ट्रेवल बैन बरकरार है।"
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आईपीएल के लिए खोजना होगा विंडो
बीसीसीआई ट्रेजरर ने यह भी कहा कि हवाई यात्रा शुरू होने के बाद टूर्नामेंट आयोजन के लिए विंडो भी देखना पड़ेगा। यह सुनिश्चित करना होगा कि उस दौरान अन्य कौन से टूर्नामेंट हो रहे हैं। बोर्ड ने एक बयान में कहा है कि खिलाड़ियों के लिए कौशल के आधार पर ट्रेनिंग कैम्प का आयोजन किया जाएगा। भारतीय टीम अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए करने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि भारत की कोरोना के खिलाफ अभी जंग जारी है, ऐसे में आईपीएल के लिए सोचना ठीक नहीं होगा। दूसरी बात यह भी है कि मुख्य शहरों में कोरोना वायरस का फैलाव ज्यादा है। इसके अलावा जिन शहरों में कोरोना काफी कम है, वहां बंद स्टेडियम में मैच आयोजन कराने के लिए हवाई यात्रा शुरू होना जरूरी है क्योंकि ट्रेवल के लिए यह अहम है। एक और बात यह है कि जहाँ कोरोना कम है, उन राज्यों में एक ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम है। हिमाचल, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, असम में कोरोना वायरस कम है लेकिन चारों मैदानों पर जाने के लिए हवाई यात्रा जरूरी होगी।
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पहले ही साफ़ कर चुके हैं कि जल्दीबाजी में आईपीएल नहीं होगा। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग अहम है। हरभजन सिंह भी कह चुके हैं कि इस साल आईपीएल नहीं होगा तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन इस महामारी को हराना ज्यादा जरूरी है। आगामी कुछ सप्ताह में भारत में क्या कदम सरकारें उठाएगी, उस हिसाब से ही बीसीसीआई को आईपीएल के लिए रणनीति बनानी होगी।