दक्षिण अफ्रीका के दौरे को छोटा कर सकती है बीसीसीआई

भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक फैसले से दक्षिण अफ्रीका का घरेलू सीजन का खराब हो सकता है। पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार भारत का अफ्रीका दौरा दिसम्बर के दूसरे सप्ताह से ही प्रारम्भ होने वाला था, जहां दोनों टीमों के बीच 4 टेस्ट और 7 एकदिवसीय मुकाबले होने थे लेकिन अब ऐसा होता सम्भव नहीं दिख रहा है। बीसीसीआई एक त्रिकोणीय सीरीज आयोजित कराने का मन बना रही है, जिसमें दो अन्य टीमें न्यूज़ीलैण्ड और बांग्लादेश होगी।अगर ऐसा हुआ, तो टीम अफ्रीका दौरा 26 दिसम्बर को होने वाले 'बॉक्सिंग डे' टेस्ट मैच से प्रारंभ करेगी और उसके बाद सीरीज मात्र 3 टेस्ट मैचों की रह जायेगी। हालांकि क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (CSA) ने अभी तक कोई कार्यक्रम घोषित नहीं किया है लेकिन वे बीसीसीआई से इस बारे में बात कर रहे हैं। उनका ग्लोबल टी-20 लीग भी इसी सत्र से प्रारंभ होने वाला है। भारत के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम भी दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर आने वाली है। भारत अगर तारीख आगे बढ़ाता है, तो CSA के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। पिछली बार भी जब भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गयी थी, तो पहले 4 टेस्ट खेलने की बात हो रही थी लेकिन दोनों बोर्डों के बीच तकरार की वजह से बीसीसीआई ने दौरे को 2 टेस्ट और 3 एकदिवसीय मैचों तक सीमित कर दिया। भारतीय क्रिकेट बोर्ड इस बार हो सके तो टेस्ट मैचों की संख्या कम ना करे क्योंकि 2015 में शुरू हुई 'फ्रीडम सीरीज फॉर गाँधी मंडेला ट्रॉफी' जैसे प्रतिष्ठित नाम पर है, ऐसा हुआ तो फिर सीमित ओवरों के मैचों पर खतरा आ जायेगा। दो साल पहले ही 2015 में बोर्ड ने यह फैसला लिया था कि वह रेवेन्यू का पूर्ण उपयोग करेगी और दिसम्बर तक घरेलू सीरीज खेलेगी। बीसीसीआई इसी को ध्यान में रखते हुए ऑस्ट्रेलिया के साथ होने वाले सीरीज के बाद न्यूज़ीलैंड और बांग्लादेश के साथ त्रिकोणीय श्रृंखला का मन बना रही है। इसके आलावा बोर्ड 3 टेस्ट मैचों की सीरीज का भी आयोजन करना चाहता है जिसके लिए अभी विपक्षी टीम का नाम सामने नहीं आया है।

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