हाल ही में बीसीसीआई को एक बड़ा झटका लगा था, जब चाइनीज मोबाइल कंपनी वीवो ने आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरशिप से खुद ही हटने का फैसला लिया था। वीवो ने आईपीएल से हटने का फैसला भारत और चीन के बीच चल रहे हालिया विवाद को देखते हुए लिया था। लेकिन इसकी वजह से बीसीसीआई को 100 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
वीवो ने 2018 में आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरिशप के लिए बीसीसीआई के साथ 2199 करोड़ रुपए का करार किया था। ये एग्रीमेंट अगले 5 सालों तक के लिए था। हालांकि कोरोना वायरस के कारण आई आर्थिक मंदी और भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर हुए तनातनी की वजह से वीवो ने खुद ही आईपीएल के इस सीजन से हटने का फैसला लिया।
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मनीकंट्रोल से बात करते हुए मोगे मीडिया के चेयरमैन संदीप गोयल ने कहा कि बीसीसीआई को भले ही आईपीएल 2020 के लिए आखिर में टाइटल स्पॉन्सर मिल जाए। लेकिन बोर्ड को शायद उतने पैसे नहीं मिलें, जितने कि वीवो देने वाली थी।
बीसीसीआई को आईपीएल 2020 के लिए नए स्पॉन्सर से 440 करोड़ नहीं मिलेंगे
संदीप गोयल का मानना है कि वीवो के आईपीएल 2020 से हटने से बीसीसीआई को बड़ा झटका लगा है। यहां तक कि स्टार इंडिया को भी इसका नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा,
बीसीसीआई को वीवो से इस सीजन 440 करोड़ रुपए मिलने वाले थे लेकिन इस माहौल में दूसरे स्पॉन्सर्स से उसे उतने पैसे नहीं मिलने वाले हैं। इससे स्टार इंडिया को भी काफी नुकसान हो सकता है क्योंकि वीवो और अन्य चाइनीज कंपनी शायद इस माहौल में कोई एडवरटिजमेंट ना दें।
मनीकंट्रोल के मुताबिक बीसीसीआई को इस बार टाइटल स्पॉन्सरशिप से महज 250-300 करोड़ ही मिल सकते हैं। इसका मतलब ये है कि बोर्ड को कम से कम 100 करोड़ का नुकसान हो सकता है। वहीं देखने वाली बात ये होगी कि आईपीएल के इस सीजन के लिए अगला टाइटल स्पॉन्सर कौन होगा। बीसीसीआई नए स्पॉन्सर की तलाश कर रही है।
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