IPL Demerit Points System Explained: आईपीएल 2025 की शुरुआत से पहले बीसीसीआई ने काफी बदलाव किए हैं। कई नियम बदले गए हैं और कुछ नए नियम भी लाए गए हैं। स्लो ओवर रेट के कारण कप्तान पर लगने वाले बैन को अब खत्म कर दिया गया है। इसकी जगह पर बोर्ड ने आईसीसी की तरह डिमेरिट पॉइंट का नया सिस्टम लाया है। इस सिस्टम में अब खिलाड़ियों और ऑफिशियल्स को डिमेरिट पॉइंट दिए जाएंगे। इससे खिलाड़ी सीधे बैन से बच जाएंगे। हालांकि, ये सिस्टम लंबे समय तक खिलाड़ियों के रिकॉर्ड को मेंटेन रखेगा। आइए जानते हैं डिमेरिट पॉइंट का सिस्टम क्या है और इसमें किस तरह से चीजें काम करेंगी।
खिलाड़ियों को जो डिमेरिट पॉइंट दिए जाएंगे वह उनके रिकॉर्ड में तीन साल तक जुड़े रहेंगे जबकि आईसीसी के नियम पांच साल तक रिकॉर्ड में जुड़े रहेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक चार से सात डिमेरिट पॉइंट हासिल करने के बाद खिलाड़ी पर एक मैच का बैन लगाया जाएगा। यदि किसी खिलाड़ी को 8-11 पॉइंट मिल जाएंगे तो उसे दो मैच के लिए बैन किया जाएगा। 12-15 पॉइंट पर तीन और 16 या उससे अधिक पॉइंट पर पांच मैचों का बैन लगेगा। ये सारी चीजें तीन साल की अवधि के लिए होंगी। इसका मतलब है कि यदि किसी खिलाड़ी को तीन साल के अंदर इनमें से कोई भी डिमेरिट पॉइंट मिल रहे हैं तो उसके हिसाब से बैन लगाया जाएगा।
डिमेरिट पॉइंट देने के लिए ये देखा जाएगा कि खिलाड़ी का अपराध किस लेवल का है। लेवल वन के अपाध के लिए खिलाड़ियों को एक डिमेरिट पॉइंट देने के साथ ही 25 प्रतिशत मैचफीस का जुर्माना भी लगाया जाएगा। लेवल दो के अपराध के लिए तीन यार चार डिमेरिट पॉइंट दिए जा सकते हैं। लेवल थ्री के लिए पांच या छह और लेवल चार के लिए सात या आठ पॉइंट डिमेरिट के रूप में दिए जा सकते हैं। एक सबसे अहम बात ये भी है कि खिलाड़ियों पर लगाया जाने वाला दंड निश्चित समय या मैच के लिए ही किया जा सकता है जिसका निर्धारण मैच रेफरी या लोकपाल करेंगे। नए नियमों में जहां खिलाड़ी सीधे बैन से बच जाएंगे, लेकिन उन्हें अपना अनुशासन को काफी ठीक करके रहना होगा।