भारतीय क्रिकेट बोर्ड और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के बीच कुछ सालों से रिश्तों में फासले देखने को मिले हैं। हारुन लोगार्ट ने जब से दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट बोर्ड की कमान संभाली है तब से ऐसा देखने को मिला है। 2013 के बाद से भारत ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा नहीं किया। इसका कारण बीसीसीआई से जब से एन श्रीनिवासन निकाला गया है और साथ ही श्रीनिवासन और हारुन लोगर्ट के बीचबढ़ती दूरियों को माना गया है।
भारतीय क्रिकेट टीम अगले साल दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जाएगी। बीसीसीआई ने इच्छा जताई है कि भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बॉक्सिंग डे और न्यू इयर टेस्ट मैच नहीं खेलेगी। 4 मैचों की सीरीज से पहले टीम को परिस्थितियों को जानने के लिए 2 अभ्यास मैच खेलने जरुरी है। इसीलिए सीरीज का आगाज़ 10 जनवरी के बाद किया जा सकता है।
अगर रिपोर्ट्स के अनुसार भरोसा किया जाए तो लोगार्ट और मोडस ओप्रंदी द्वारा बनाया गया हर साल की तरह टेस्ट सीरीज का कार्यक्रम भी भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच का कार्यक्रम भी वही और सही माना जाएगा तो बीसीसीआई इस कार्यक्रम से खुश नहीं होगा। बीसीसीआई दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड से सीरीज से पहले 2 अभ्यास मैचों की मांग कर रहा है। वह नहीं चाहता कि बॉक्सिंग डे और न्यू इयर टेस्ट हो ऐसे में बॉक्सिंग डे की शुरुआत 26 दिसम्बर से होती है जो नामुमकिन नजर आता है।
अगर दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई की मांग को स्वीकार करता है, तो भारत-दक्षिण अफ्रीका सीरीज का आगाज़ 10 जनवरी के बाद से होगा। इस सीरीज में न कोई बॉक्सिंग डे टेस्ट होगा और न ही न्यू इयर टेस्ट होगा। दक्षिण अफ्रीका से टेस्ट सीरीज खेलने से पहले भारतीय टीम 2 अभ्यास मैच भी खेलती नजर आएगी।