भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) वेस्टइंडीज में अंडर-19 विश्व कप (ICC U-19 World Cup) से पहले श्रीलंका (Sri Lanka cricket team) और बांग्लादेश (Bangladesh cricket team) के खिलाफ घरेलू सीरीज में दो अंडर-19 टीमें खिलाने पर विचार कर रहा है। विश्व कप का आगामी संस्करण चार महीने दूर है और इस बार खिलाड़ियों के पास तैयारी व मैच अनुभव कम है।
कोविड-19 महामारी के कारण युवा स्तर पर कोई क्रिकेट नहीं हुआ। बीसीसीआई की योजना सितंबर 2021 के तीसरे सप्ताह में वीनू मांकड ट्रॉफी के सहारे अंडर-19 घरेलू क्रिकेट बहाल करने की है।
इसके बाद चैलेंजर सीरीज होगी, जो अगले साल कैरेबियाई क्रिकेट में विश्व कप के लिए खिलाड़ियों के चयन का मंच बनेगा। चूकि अंडर-19 विश्व कप से पहले केवल दो ही घरेलू टूर्नामेंट्स होना है, तो बीसीसीआई योजना तैयार कर रहा है कि भारतीय अंडर-19 की दो टीमें मैदान पर उतारे।
एनसीए अध्यक्ष राहुल द्रविड़ इस पक्ष में है कि खिलाड़ियों की लिस्ट बनने से पहले उन्हें ज्यादा से ज्यादा मौके मिले। टीओआई से बातचीत करते हुए बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, 'इसलिए बोर्ड दो टीमें उतारने पर विचार कर रहा है। बांग्लादेश अंडर-19 में कड़ी विरोधी टीम है। यह टूर्नामेंट हमें खिलाड़ियों को परखने में मदद करेगा।'
बांग्लादेश गत अंडर-19 चैंपियन है। दो साल पहले दक्षिण अफ्रीका में फाइनल में भारत को हराकर ही चैंपियन बना था बांग्लादेश।
कोविड-19 महामारी का गहरा प्रभाव पड़ा: बीसीसीआई
आमतौर पर विश्व कप जैसे प्रमुख टूर्नामेंट के लिए स्क्वाड का चयन करने के लिए घरेलू मैच होते हैं। कई द्विपक्षीय और कई देशों के बीच सीरीज होती है। हालांकि, महामारी के कारण इस बार ऐसी सीरीज या टूर्नामेंट आयोजित नहीं हुए।
अधिकारी ने कहा, 'बोर्ड आमतौर पर कई अंडर-19 सीरीज- घर और विदेश दोनों जगह- आयोजित करता है ताकि अंडर-19 विश्व कप के लिए क्रिकेटर्स तैयारी कर सकें। महामारी ने आम प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाया। युवा लड़कों के लिए जरूरी है कि कुछ अंतरराष्ट्रीय अनुभव हासिल करें।'
वैसे श्रीलंका-बांग्लादेश के खिलाफ अलग-अलग स्क्वाड का चयन किया जाना बाकी है। समिति से उम्मीद की जा रही है कि सितंबर के पहले सप्ताह में टीम चयन किया जाएगा। राज्य संघ भी उलझन में हैं कि आगामी वीनू मांकड ट्रॉफी में अपना स्क्वाड किस प्रकार तैयार करें। टीमों को टूर्नामेंट शुरू होने पहले सात दिन पृथकवास में रहना होगा।