आईसीसी (ICC) 50 ओवर क्रिकेट वर्ल्ड कप (World Cup 2023) इस साल अक्टूबर-नवंबर में भारत में होना है, और इस वर्ल्ड कप से पहले बीसीसीआई (BCCI) इसके सफलतापूर्वक आयोजन में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसी को मध्य नजर रख कर, बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लेते हुए पांच ऐसे स्टेडियमों को नवीनीकरण के लिए चुना है, जहां वर्ल्ड कप के मैचों का आयोजन किया जाएगा। इन स्टेडियमों में दिल्ली का अरुण जेटली स्टेडिम, कोलकाता का ईडन गार्डन्स, मुंबई का वानखेड़े, पंजाब का पीसीए ग्राउंड और हैदराबाद का स्टेडियम शामिल है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) की योजना है कि वह अपने वर्षों से बचा कर रखे लाभ को पुनर्निवेश करके भारत के इन कुछ महत्वपूर्ण क्रिकेट स्टेडियमों का सुधार और अपग्रेड करे।
दर्शकों की शिकायतों के बाद लिया गया फैसला
हाल के समय में फैंस से आई जबरदस्त नकारात्मक प्रतिक्रियाओं के परिणाम स्वरूप क्रिकेट बोर्ड की ये पहल शुरू हुई है। ऑस्ट्रेलिया टीम के हालिया भारत दौरे के दौरान दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खराब स्वच्छता की अनेकों शिकायत की प्राप्ति हुई थी। इससे पहले फैंस के खराब प्रतिक्रियाओं के बाद, मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम को नवीनीकरण किया गया था।
वर्ल्ड कप जैसी बड़े इवेंट के आयोजन से पहले बीसीसीआई किसी भी संभावित बाधाओं को दूर करना चाहती है।
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता और मोहाली के स्टेडियमों को सुधारने के लिए लगभग 500 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बना रही है। रिपोर्ट के अनुसार,
दिल्ली स्टेडियम को सुधारने के लिए 100 करोड़ रुपये, हैदराबाद के लिए 117.17 करोड़ रुपये, कोलकाता के प्रसिद्ध ईडन गार्डन्स के लिए 127.47 करोड़ रुपये, मोहाली के पुराने पीसीए स्टेडियम के लिए 79.46 करोड़ रुपये और वानखेड़े के लिए 78.82 करोड़ रुपये की लागत लगेगी। अगर रूफ वर्क किया जाएगा तो खर्च बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा।
बता दें कि भारतीय टीम ने साल 2013 के बाद से कोई भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता है। भारत ने आखिरी वर्ल्ड कप भी धोनी की कप्तानी में साल 2011 में जीता था और उसका आयोजन भी भारत में ही हुआ था।