बीसीसीआई ने आईसीसी से कश्मीर प्रीमियर लीग को मान्यता नहीं देने का आग्रह किया

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से संपर्क किया है, जिसमें 4 अगस्त से शुरू होने वाले पाकिस्तान स्थित घरेलू टी20 टूर्नामेंट कश्मीर प्रीमियर लीग (KPL) को मान्यता नहीं देने का आग्रह किया गया है। एक दिन पहले ही इस पर काफी बयानबाजी हुई है। हर्शल गिब्स ने बीसीसीआई के ऊपर आरोप जड़े थे।

ईएसपीएनक्रिकइंफो की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय बोर्ड ने आईसीसी को लिखित में अपनी नाराजगी जाहिर की है। बीसीसीआई की शिकायत के पीछे का तर्क जाहिर तौर पर कश्मीर घाटी की स्थिति और इस पर भारत और पाकिस्तान के बीच सदियों पुराने विवाद के इर्द-गिर्द घूमता है।

हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि आईसीसी इस मुद्दे पर क्या प्रतिक्रिया देगी। एक पूर्ण सदस्य देश द्वारा घरेलू टूर्नामेंटों के अनुमोदन में आईसीसी की कोई भूमिका नहीं है और केपीएल को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) का पूर्ण समर्थन प्राप्त है। विश्व क्रिकेट की बॉडी (आईसीसी) के पास विवादित क्षेत्रों के बारे में भी अपने नियमों में कुछ भी नहीं है।

केपीएल में खिलाड़ियों के शामिल होने को लेकर बीसीसीआई और पीसीबी के बीच बयानों के 24 घंटे से भी कम समय में यह घटनाक्रम सामने आया है। पीसीबी ने बीसीसीआई पर आंतरिक मामलों में दखल देने का आरोप लगाया था। इसके बाद मीडिया रिपोर्ट्स ने सुझाव दिया कि भारतीय बोर्ड कुछ अन्य देशों के संपर्क में था ताकि प्रतियोगिता में उनके खिलाड़ियों की भागीदारी को रोका जा सके।

संभावित प्रतिभागियों में से एक दक्षिण अफ्रीका के पूर्व सलामी बल्लेबाज हर्शल गिब्स हैं। उन्होंने यहां तक दावा किया था कि बीसीसीआई उन्हें 'धमकी' दे रहा है और उन्हें केपीएल में खेलने से रोक रहा है। इस बयान के बाद ही आईसीसी का बयान आया था। इसके बाद बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पलटवार करते हुए कहा कि पाकिस्तान बोर्ड भ्रमित लग रहा है जो मैच फिक्सिंग में सीबीआई जांच का सामना करने वाले खिलाड़ी की बात पर कुछ नहीं कह पा रहा है। भारतीय बोर्ड ने यह भी कहा कि भारत में होने वाली गतिविधियों की अनुमति देने का अधिकार बीसीसीआई के पास है।

शाहिद अफरीदी ने भी मामले को लेकर बीसीसीआई पर निशाना साधते हुए कहा कि आप यह ठीक नहीं कर रहे, हम इससे विचलित नहीं होंगे।

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Edited by Naveen Sharma