भारतीय बल्लेबाज और आगामी आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलने को तैयार पृथ्वी शॉ एनसीए में हुए यो-यो टेस्ट में असफल हो गए हैं। हालांकि इससे उनके आईपीएल में भाग लेने के मामले में कोई समस्या नहीं आएगी क्योंकि शॉ बीसीसीआई की तरफ से अनुबंधित खिलाड़ियों में शामिल नहीं हैं। हाल ही में बीसीसीआई ने कई खिलाड़ियों को बेंगलुरु में एक कैंप लगाकर उनकी फिटनेस और चोटों का जायजा लिया है और उसी के बाद उन्हें आईपीएल में खेलने की अनुमति भी दी गई है।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पृथ्वी शॉ का यो-यो टेस्ट स्कोर 15 रहा, जो कि पास होने वाले स्कोर से कम है। एक खिलाड़ी को इस टेस्ट को पास करने के लिए कम से कम 16.5 का स्कोर करना जरूरी होता है। शॉ आखिरी बार भारतीय टीम के लिए जुलाई में श्रीलंका दौरे के दौरान खेले थे और तब से वह राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं बने हैं।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा,
ये सिर्फ फिटनेस अपडेट हैं। निश्चित तौर पर यह पृथ्वी शॉ को आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलने से नहीं रोकता। यह सिर्फ फिटनेस पैरामीटर है और इससे सब खत्म नहीं हो गया है।
रणजी की वजह से पृथ्वी शॉ का स्कोर प्रभावित हुआ
हाल ही में पृथ्वी शॉ मुंबई के लिए रणजी खेलते हुए नजर आये थे। वह अपनी टीम के कप्तान थे और उन्होंने लगातर तीन मैच खेले थे। हालांकि इस दौरान उनके बल्ले से कुछ खास प्रदर्शन नहीं देखने को मिला था। सूत्र का मानना है कि शायद लगातार मैच खेलने के कारण शॉ की फिटनेस प्रभावित हुई है।
सूत्र ने इस सम्बन्ध में कहा,
उन्होंने लगातार तीन रणजी मैच खेले हैं। एक बार जब आप लगातार तीन प्रथम श्रेणी मैच खेलते हैं, तो थकान आपके यो-यो स्कोर को भी प्रभावित कर सकती है।
इसके अलावा सूत्र ने यह भी कहा कि भविष्य में अगर शॉ को चयन के लिए चर्चा में लाया जाता है तो उस हिसाब से इनका फिटनेस स्तर सही नहीं है।