BCCI removed Impact Player rule from the Syed Mushtaq Ali Trophy: इम्पैक्ट प्लेयर का नियम कुछ समय से काफी ज्यादा चर्चा में रहा। इसका सबसे बड़ा कारण आईपीएल (IPL) 2024 में हाई स्कोरिंग गेम रहे। कयास लगाए जा रहे थे कि इस नियम को आगामी सीजन में हटाया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि बीसीसीआई ने घरेलू स्तर पर खेले जाने वाले टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से इस नियम को हटाने का फैसला लिया है। अब इस नियम का इस्तेमाल टूर्नामेंट में नहीं होगा और इसकी जानकारी सभी राज्य क्रिकेट एसोसिएशन को बीसीसीआई ने दे दी है।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से हुई इम्पैक्ट प्लेयर नियम की विदाई
बीसीसीआई ने कुछ साल पहले ही इम्पैक्ट प्लेयर नियम को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में लागू किया था और फिर इसकी एंट्री आईपीएल में भी हो गई। हालांकि, इस नियम की लगातार आलोचना हुई और रोहित शर्मा, विराट कोहली समेत कई प्लेयर ने खुले तौर पर इसे ऑलराउंडर्स के हित में नहीं बताया। इसके बावजूद आईपीएल में इस नियम को लागू रखा गया है लेकिन बीसीसीआई ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से इसे हटाने की घोषणा कर दी है। इस फैसले की पुष्टि बीसीसीआई ने सोमवार शाम को पत्र लिखकर राज्य संघ को दी। सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट इस बार 23 नवंबर से शुरू होगा और 15 दिसंबर तक चलेगा। बीसीसीआई ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, 'कृपया ध्यान दें कि बीसीसीआई ने मौजूदा सत्र के लिए 'इम्पैक्टमैन प्लेयर' के प्रावधान को हटाने का फैसला किया है।'
ऑलराउंडर खिलाड़ियों को होगा फायदा
इस नियम के हटने से निश्चित तौर पर ऑलराउंडर खिलाड़ियों को प्लेइंग 11 में ज्यादा मौके मिलेंगे। अभी तक टॉस के समय कप्तान को अपने पांच इम्पैक्ट प्लेयर्स बताने पड़ते थे और फिर उनमें से किसी एक को जरूरत के हिसाब से अंतिम 11 में शामिल एक खिलाड़ी से रिप्लेस कर दिया जाता था। ऐसे में टीमें स्पेशलिस्ट बल्लेबाज या फिर गेंदबाज को ही इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में लाने को देखती थीं। इसी वजह से ऑलराउंडर खिलाड़ियों को ज्यादा मौके नहीं मिल पाते थे लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। हालांकि, आईपीएल में यह नियम अभी भी जारी रहेगा।