भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की अपेक्स काउंसिल मीटिंग हाल ही में संपन्न हुई है। कोरोना वायरस महामारी आने के बाद से यह पहला मौका है जब बोर्ड के सभी अधिकारियों ने साथ मिलकर मीटिंग की है। BCCI के अध्यक्ष सौरव गांगुली के अलावा बोर्ड के सेक्रेटरी जय शाह भी इस मीटिंग में मौजूद थे। मीटिंग के बाद BCCI ने इस बात का खुलासा किया है कि उन्होंने 22 करोड़ रुपये क्रिकेट से बाहर की चीजों पर खर्च किए हैं।
BCCI के मुताबिक उन्होंने 18 करोड़ रुपये की राशि टोक्यो ओलंपिक के लिए खर्च की थी। इस राशि में से 68 लाख रुपये एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को दिए गए थे। टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने वाले एथलीट्स को BCCI ने चार करोड़ रुपये कैश अवार्ड के रूप में दिए थे। बोर्ड ने पांच करोड़ रुपये की राशि से एथलीट्स के लिए पीएम केयर्स मेमेंटोज खरीदे थे। इसके अलावा बोर्ड ने यह भी बताया है कि उसके 3.8 करोड रुपये महामारी के दौरान ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने में भी खर्च हुए थे।
टोक्यो ओलंपिक के प्रचार के लिए बोर्ड ने खर्च किए लगभग नौ करोड़ रूपये
बोर्ड ने भारत में टोक्यो ओलंपिक का प्रचार करने वाली एजेंसी को भी सात करोड़ रुपये दिए थे। देश में चलाए गए ओलंपिक कैंपेन के लिए बोर्ड ने स्पेशल टी-शर्ट बनवाए थे और इसमें उन्हें 98 लाख रुपये का खर्च आया था। इसके अलावा बोर्ड ने भारतीय गायक मोहित चौहान को 70 लाख रुपये दिए थे। आपको बता दें कि मोहित ने एथलीट्स के लिए एक प्रेरणादाई गाना तैयार किया था। भारतीय दल के लिए मोहित ने जो गाना बनाया था उसके बोल "लक्ष्य तेरे सामने है जीत के आना" थे।
टोक्यो ओलंपिक में भारत ने सात मेडल जीते थे जिसमें एक गोल्ड मेडल शामिल था। स्टार जैवलिन थ्रोवर नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीतते हुए इतिहास रचा था।