बीसीसीआई ने अनिल कुंबले के तौर पर टीम इंडिया की हेड कोच की तलाश तो ख़त्म कर दी। लेकिन अभी भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को गेंदबाज़ी कोच की बेहद ज़रूरत है, और गेंदबाज़ी कोच की ये वैकेंसी नेश्नल क्रिकेट ऐकेडमी, बैंगलोर में है। नेश्नलक क्रिकेट ऐकेडमी (NCA) में काफ़ी अर्सों से कोई गेंदबाज़ी कोच नहीं है और इसके लिए बीसीसीआई ने काफ़ी कोशिशें की हैं, लेकिन अब तक बोर्ड इस वैकेंसी को भर नहीं पाया है। और अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इस पद को भरने के लिए लालच भी दी है, ख़बरों के मुताबिक़ बीसीसीआई ने गेंदबाज़ी कोच की सैलरी 60 लाख रुपये सालाना रखी है। बैंगलोर का NCA पिछले एक साल से बिना कोच के ही चल रहा था, और आख़िरकार पूर्व भारतीय क्रिकेटर डब्लू वी रमन और नरेंद्र हिरवानी को भी NCA ने अपने साथ जोड़ा है, उनके अलावा टी ए शेखर भी युवा खिलाड़ियों को निखारने की भूमिका में हैं। हालांकि टी ए शेखर से युवा गेंदबाज़ों को काफ़ी मदद मिल रही है, लेकिन बीसीसीआई के एक क़रीबी सूत्रों की माने तो शेखर इस पद के लिए ज़्यादा दिलचस्पी नहीं ले रहे और उनका ध्यान आईपीएल की तरफ़ है। "शेखर आईपीएल को छोड़ना नहीं चाहते हैं, और वह NCA के गेंदबाज़ी के कोच तभी बन सकते हैं क्योंकि वह आईपीएल से जुड़े हुए हैं और वहां रहते हुए वह गेंदबाज़ी कोच नहीं बन सकते। जिसका मतलब ये हुआ कि शेखर अब नेश्नल क्रिकेट ऐकेडमी का हिस्सा नहीं हैं। हमें उम्मीद है कि भविष्य में हमें कोई अच्छा तेज़ गेंदबाज़ बतौर कोच मिल जाएगा।" : सूत्र, बीसीसीआई भारतीय क्रिकेट के भविष्य को सुनहरा बनाने के लिए NCA को एक गंदबाज़ी कोच की बेहद ज़रूरत है, अब देखना है कि उनकी ये तलाश कब और किसके तौर पर पूरी होती है।