भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत के ऊपर बीसीसीआई द्वारा लगा आजीवन प्रतिबंध केरल हाईकोर्ट द्वारा रद्द करने के चार दिन बाद एक नया मोड़ आया है। बीसीसीआई ने कहा है कि वह कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे।
बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा "हम इस आदेश से सहमत नहीं हैं। इसे निश्चित रूप से चुनौती दी जानी चाहिए और एक सप्ताह के अंदर हम केरल हाईकोर्ट में एक अपील दायर करेंगे। हम इस पर हमेशा साफ़ करते रहे हैं कि भ्रष्टाचार और मैच फिक्सिंग में बोर्ड जीरो टोलरेंस की नीति अपनाता है।"
वर्तमान समय में प्रतिबंध झेल रहे श्रीसंत को केरल हाईकोर्ट ने चार दिन पहले राहत प्रदान करते हुए बीसीसीआई द्वारा लगे आजीवन बैन के निर्णय को रद्द कर दिया था। कोर्ट ने इस पर कहा कि मैच फिक्सिंग को लेकर श्रीसंत के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिले हैं और बीसीसीआई ने हालातों के साक्ष्यों पर भरोसा किया है। इसके अलावा यह भी कहा गया कि अनुशासनात्मक समिति को सबूतों का विश्लेषण करने में सावधानी बरतनी चाहिए थी।
घरेलू सीजन में वापसी के इन्तजार में श्रीसंत के लिए यह सही खबर नहीं कही जा सकती, उन्हें अब कुछ समय और इन्तजार करना पड़ेगा। वे केरल हाईकोर्ट के फैसले से खुश थे। उन्होंने इसके बाद कहा भी था कि उनका प्लान अगले छह वर्षों तक खेलने का है। अगर इस वर्ष उनकी वापसी होती है, तो केरल के लिए उन्हें रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए देखा जा सकेगा। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि 2019 विश्वकप में खेलना उनका सपना है। दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए टीम इंडिया में जगह बनाना श्रीसंत ने अपना अगला लक्ष्य बताया है।
बीसीसीआई अगर मामले को लेकर कोर्ट में अपील करती है और निर्णय आने में देरी होती है, तो श्रीसंत का इंतजार बढ़ सकता है। बोर्ड क्या करता है इस पर फिलहाल चीजें समय आने पर ही साफ़ हो पाएगी।