दुनिया भर के कई देशों में COVID-19 के चरम के कारण 2020-2021 में क्रिकेट शेड्यूल खराब हो गया। इसी तरह की घटनाओं में भारत के घरेलू कार्यक्रम को भी एक के बाद एक रद्द होने वाली कई घटनाओं के साथ बहुत नुकसान हुआ। हालांकि 03 जुलाई को बीसीसीआई (BCCI) ने पुरुष और महिला वर्ग में खेले जाने वाले सभी टूर्नामेंटों के साथ एक पूर्ण घरेलू कार्यक्रम की घोषणा की। घरेलू क्रिकेट में भी बायो बबल को लेकर बोर्ड की तरफ से अभी तक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सीजन महिला एक दिवसीय लीग के साथ शुरू होने के लिए तैयार है जिसके बाद सीनियर महिला एक दिवसीय चैलेंजर ट्रॉफी होगी। अगली पंक्ति में पुरुषों के लिए मुश्ताक अली टी20 के बाद रणजी ट्रॉफी है जो पिछले साल रद्द हो गई थी और शेड्यूल का अंत विजय हजारे वनडे मैचों के साथ होगा। बीसीसीआई द्वारा प्रस्तावित नई समयावधि में कुल 2127 मैच होने हैं।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अनुसार कुछ बोर्ड सदस्यों का कहना है कि शेड्यूल की योजना बनाना आसान है क्योंकि एक टेम्प्लेट है। बीसीसीआई ने अभी तक इस बारे में विवरण साझा नहीं किया है कि क्या यह पूरा घरेलू सत्र बायो सिक्योर बबल के अंदर खेला जाएगा। अगर ऐसा है, तो बबल को कौन व्यवस्थित करेगा, संभावित खर्च क्या हैं और क्या बोर्ड सारी लागत वहन करेगा?
उल्लेखनीय है कि पिछले साल रणजी ट्रॉफी पूरी तरह से रद्द हो गई थी। घरेलू क्रिकेट में इसे एक अहम टूर्नामेंट माना जाता है। हालांकि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी का आयोजन किया गया था लेकिन रणजी ट्रॉफी की लम्बी अवधि को देखते हुए इसे रद्द करने का निर्णय लिया गया था। वर्षों से चली आ रही ट्रॉफी पहली बार इस तरह रद्द की गई थी। देखना होगा कि इस बार इसमें खिलाड़ियों का खेल कैसा रहता है।