वुमेंस क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए बीसीसीआई ने एक बड़ा फैसला लिया है। वुमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के बाद महिलाओं के एक और टूर्नामेंट का आयोजन होगा। ये टूर्नामेंट 29 मार्च से पुणे में खेला जाएगा, जिसमें कई टीमें हिस्सा लेंगी। कुल मिलाकर इस प्रतियोगिता में 6 जोन की टीमें खेलेंगी, जिसमें ईस्ट जोन, वेस्ट जोन, नॉर्थ जोन, सेंट्रल जोन, साउथ जोन और नॉर्थईस्ट जोन की टीमें होंगी। वुमेंस प्रीमियर लीग का समापन 17 मार्च को होगा और उसके बाद ये घरेलू टूर्नामेंट खेला जाएगा।
टूर्नामेंट का आगाज डायरेक्ट क्वार्टरफाइनल मैचों के साथ होगा। 29, 30 और 31 मार्च को क्वार्टरफाइनल मुकाबले खेले जाएंगे और इसके बाद सेमीफाइनल का आयोजन होगा। सेमीफाइनल के मुकाबले 5,6 और 7 अप्रैल को खेले जा सकते हैं। वहीं फाइनल मुकाबला 9, 10 और 11 अप्रैल को होगा।
रेड बॉल क्रिकेट में वुमेंस क्रिकेटर को प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना चाहती है बीसीसीआई
ये टूर्नामेंट वुमेंस क्रिकेट के लिए एक टेस्ट की तरह होगा। इसके बाद ही बीसीसीआई फैसला लेगी कि महिला खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में कितना आगे तक जा सकती हैं। मेंस क्रिकेट में बोर्ड रणजी ट्रॉफी को काफी ज्यादा महत्व दे रहा है और वुमेंस खिलाड़ियों को लेकर भी बीसीसीआई यही करना चाहती है। भारतीय महिला खिलाड़ियों ने हाल ही में कुछ टेस्ट मैच खेले हैं। बीसीसीआई चाहती है कि इनके लिए रेड बॉल क्रिकेट में भी एक डोमेस्टिक प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जाए, जिससे टीम टेस्ट क्रिकेट में भी आगे बढ़ सके।
आपको बता दें कि इस वक्त वुमेंस प्रीमियर लीग के मैचों का आयोजन हो रहा है। गुरुवार को खेले गए मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 25 रन से हरा दिया। आरसीबी की इस सीजन ये पहली हार है। पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली कैपिटल्स ने 194/5 का बड़ा स्कोर बनाया। जवाब में स्मृति मंधाना की धुआंधार पारी (74 रन) के बावजूद आरसीबी 169 रन ही बना सकी।