बीसीसीआई कोरोना से जंग में एक बार फिर डोनेशन के लिए आगे आई है। 10 लीटर के 2000 कॉसंट्रेटर देने का ऐलान बोर्ड ने किया है। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की आवश्यकता सबसे ज्यादा है और इसे देखते हुए बीसीसीआई ने यह कदम उठाया है। पिछली बार कोरोना वायरस की पहली लहर में बोर्ड ने 51 करोड़ रूपये की धनराशि दी थी।
बीसीसीआई ने अपनी वेबसाईट पर यह बताया है कि अगले कुछ दिनों तक ये सभी ऑक्सीजन कॉसंट्रेटर दिए जाएंगे। इससे क्रिटिकल मरीजों को ऑक्सीजन से परेशानी में मदद मिलेगी।
सौरव गांगुली ने कहा है कि बीसीसीआई ने चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा समुदाय द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया है और हम वायरस के खिलाफ इस लंबी लड़ाई को लड़ रहे हैं। वे वास्तव में अग्रिम पंक्ति के योद्धा रहे हैं और हमें बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया है। बोर्ड ने हमेशा स्वास्थ्य और सुरक्षा को चार्ट में सबसे ऊपर रखा है और इस उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध है। ऑक्सीजन कॉसंट्रेटर प्रभावित लोगों को तत्काल राहत प्रदान करेंगे और उनके शीघ्र स्वस्थ होने में मदद करेंगे।
बोर्ड के सचिव जय शाह ने कहा कि हम वायरस के खिलाफ इस सामूहिक लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। बीसीसीआई संकट की इस घड़ी में चिकित्सा उपकरणों की सख्त जरूरत को समझता है और उम्मीद करता है कि इस प्रयास से देश भर में पैदा हुई मांग-आपूर्ति के अंतर को कम करने में मदद मिलेगी। हम काफी चीजों से गुजर चुके हैं लेकिन मुझे विश्वास है कि टीकाकरण अभियान चल रहा है, अब हम इस चक्र से बाहर आएँगे। मैं सभी पात्र लोगों से टीकाकरण कराने का आग्रह करता हूं।
उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई ने पिछले साल कोरोना वायरस की पहली लहर के समय पीएम केयर्स फंड में 51 करोड़ रूपये की धन राशि दी थी।