भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) जल्दी ही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से सम्बंधित एक बड़ा ऐलान करने जा रहा है। बीसीसीआई की इस योजना से उन खिलाड़ियों को फायदा मिलेगा जो ऑक्शन में अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर बिकते हैं लेकिन बाद में उन्हें भारतीय टीम के लिए किसी तरह खेलने का मौका मिल जाता है।
आमतौर पर अनकैप्ड खिलाड़ी ऑक्शन के समय कम कीमतों में बिक जाते हैं लेकिन बाद में इंटरनेशनल मैच में खेलने के बावजूद भी अनुबंध के कारण 3 साल तक उनको उतनी ही धनराशि मिली है, उसमें बढ़ोत्तरी नहीं की जाती है। अगर वह खिलाड़ी रिलीज कर दिए जाये तो संभावना होती है कि दूसरी फ्रेंचाइजी उसे ज्यादा कीमत में खरीद सकती है।
बीसीसीआई ने अब ऐसे ही अनकैप्ड खिलाड़ियों को इंसेंटिव देने का प्लान तैयार किया है। हालांकि बीसीसीआई की इस योजना से उन्हीं खिलाड़ियों को फायदा मिलेगा, जिन्होंने अभी तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय टीम के लिए एक भी टेस्ट, वनडे या टी20 मैच नहीं खेले हैं।
बीसीसीआई के नए नियम के मुताबिक अनकैप्ड खिलाड़ी अगर इंटरनेशनल मैच खेलते हैं तो उनको फ्रेंचाइजी की ओर से भी ज्यादा पैसे मिलेंगे। अभी तक अनकैप्ड खिलाड़ियों को 3 साल तक एक ही सैलरी मिलती रही है।
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक,
बीसीसीआई के इस नए प्लान के हिसाब से आईपीएल ऑक्शन में अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर नीलाम हुआ खिलाड़ी एक सीजन की समाप्ति और दूसरे सीजन की शुरुआत से पहले जितने ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलेगा उसकी सैलरी उसी हिसाब से फ्रेंचाइजी को बढ़ानी होगी।
कैसे बढ़ाई जाएगी खिलाड़ियों की सैलेरी
अगर कोई अनकैप्ड खिलाड़ी नीलामी के दौरान 50 लाख रुपए से कम कीमत में बिकता है लेकिन बाद में अगर एक इंटरनेशनल मैच खेलता है, तो फ्रेंचाइजी को उसकी सैलरी बढ़ाकर 50 लाख रुपए करनी होगी। इसी प्रकार से अगर वह खिलाड़ी 5 से 9 इंटरनेशनल मैच खेलता है तो इस परिस्थिति में उसकी सैलरी फ्रेंचाइजी को 75 लाख रुपए करनी पड़ेगी। वहीं उस खिलाड़ी ने 10 से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलने के आंकड़े को पूरा कर लिया, तो उसे फ्रेंचाइजी से एक करोड़ की धनराशि मिलेगी।