कोरोना वायरस के कारण क्रिकेट जगत भी प्रभावित हुआ है। भारत के पिछले घरेलू सीजन में कोरोना के बीच बड़े टूर्नामेंट नहीं खेले जा सके थे, जिसमें रणजी ट्रॉफी भी शामिल था। हालांकि, अब वर्तमान स्थिति में सुधार हुआ है। इस बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) 2021-22 क्रिकेट सीजन में 1054 घरेलू मैच आयोजित करेगा। बीसीसीआई ने स्पष्ट किया है कि इस सीजन में 13 टूर्नामेंट खेले जाएंगे।
एपेक्स काउंसिल के सदस्यों के बीच प्रसारित नोट में बीसीसीआई ने ये जानकारी दी है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि यह धरातल पर होने वाला एक बड़ा अभ्यास है, जिसे बीसीसीआई ने शुरू किया है। बायो-बबल के अंतर्गत 1054 घरेलू मैच कोई साधारण काम नहीं होगा। मौजूदा परिस्थितियों में कोई भी देश ऐसा दावा नहीं कर सकता है।
नोट के मुताबिक बीसीसीआई ने बायो बबल माहौल बनाने के लिए अपोलो अस्पताल के साथ करार किया है। बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि यह इतना बड़ा आयोजन होने वाला है कि बायो-सिक्योर बबल, 25 से अधिक शहरों और 75 से अधिक होटलों में बनाए जाएंगे, जिनमें प्रत्येक शहर में कम से कम 220 कमरे होंगे। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले और फिर नॉकआउट दौर से पहले छह दिनों के क्वारंटाइन की आवश्यकता के कारण समय की कमी को देखते हुए ईरानी ट्रॉफी, दिलीप ट्रॉफी जैसे कुछ टूर्नामेंटों को बाहर करना पड़ा है।
घरेलू सीजन के लिए ऐसे ही बायो बबल बनाया जाएगा जैसे पिछले साल में बनाया गया था। इस सीजन बीसीसीआई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, रणजी ट्रॉफी, मेन्स स्टेट ए वन डे, कर्नल सीके नायडू ट्रॉफी, वीनू मांकड़ ट्रॉफी, मेन्स अंडर-19 वन डे चैलेंजर, कूच बिहार ट्रॉफी (मल्टी डे), सीनियर महिला टी-20 लीग, सीनियर महिला वनडे लीग, सीनियर महिला वनडे चैलेंजर ट्रॉफी, महिला अंडर-19 वनडे लीग और महिला अंडर-19 वनडे चैलेंजर ट्रॉफी का आयोजन करेगा।