'The Hundred टूर्नामेंट में खेलने से भविष्य में फायदा होगा'

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल ने कहा है कि इस साल इंग्लैंड में The Hundred टूर्नामेंट खेलने से भारतीय महिला क्रिकेटरों को भविष्य के लिए शानदार अनुभव हासिल करने में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि भारतीय महिला टीम से पांच क्रिकेटर इस टूर्नामेंट में खेलेंगी।

धूमल के मुताबिक अगले साल न्यूजीलैंड में होने वाले 50 ओवर के विश्व कप से पहले इंग्लैंड में खेलना काम आएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि यूनाइटेड किंगडम में स्थितियां काफी हद तक न्यूजीलैंड के समान हैं। बीसीसीआई ने पांच महिला क्रिकेटरों, हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना, शैफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा और जेमिमा रोड्रिग्स को खेल के इस नए प्रारूप में भाग लेने की अनुमति दी है।

बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल ने रॉयटर्स को कहा कि The Hundred का विचार उनके लिए इंग्लैंड में एक्सपोजर पाने का है। हमारे कुछ लड़कों ने काउंटी क्रिकेट खेला है और इससे उन्हें एक अच्छा मौका और एक्सपोजर मिला है। हम इसी तरह महिला क्रिकेट को आगे ले जाना चाहते हैं। यह अनुभव निश्चित रूप से अगले साल विश्व कप में काम आएगा।

100 गेंदों की प्रतियोगिता का उद्घाटन संस्करण 21 जुलाई से शुरू होगा और इसमें पुरुष और महिला प्रतियोगिताओं में आठ-आठ टीमें भाग लेंगी। भारतीय महिलाएं इस समय इंग्लैंड के खिलाफ तीनों प्रारूप में खेलने के लिए गई हुई हैं और वहां से ही इस टूर्नामेंट के लिए अपनी-अपनी टीमों में शामिल हो जाएंगी।

बीसीसीआई कोषाध्यक्ष ने इस साल महिला टी20 चैलेंज के संस्करण की मेजबानी की योजना के बारे में भी बताया। पिछले तीन सालों में इस टूर्नामेंट के सफल आयोजन के बाद इस बार कोरोना ने अनिश्चितता पैदा कर दी है। धूमल ने कहा कि हम विचार कर रहे हैं कि क्या आईपीएल के दौरान यूएई में इस बार टी20 चैलेंज का आयोजन किया जा सकता है या नहीं।

हालांकि गौर करने वाली बात यह भी है कि आईपीएल के समय भारतीय महिला टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है। ऐसे में टमहिला टी20 चैलेंज शायद ही आयोजित हो पाए।

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