BCCI likely to chop Morne Morkel after Asia Cup: भारत के मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपने रडार पर लिया है। ऐसा बताया जा रहा है कि इंग्लैंड में भारतीय टीम के प्रदर्शन के मद्देनजर उनकी नौकरी पर खतरा मंडरा सकता है। फिलहाल अगरकर टीम इंडिया के साथ इंग्लैंड में हैं। द टेलीग्राफ के अनुसार, रोज़र बिन्नी की अगुवाई वाला बोर्ड उनपर कड़ी नज़र रख रहा है। आगरकर के अलावा गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल और गौतम गंभीर के असिस्टेंट कोच रेयान टेन डेशाटे भी BCCI के रडार पर हैं।अजीत अगरकर से बोर्ड क्यों नाराज है?रिपोर्ट के मुताबिक इंग्लैंड दौरे के दौरान टीम के सेलेक्शन को लेकर बीसीसीआई अजीत आगरकर और ईस्ट ज़ोन के सेलेक्टर शिव सुंदर दास से नाराज है। आपको बता दें कि कुलदीप यादव और अभिमन्यु ईश्वरन अबतक एक मैच नहीं खेले हैं। इन दोनों प्लेयर को बेंच पर बिठाने के चलते बोर्ड आगरकर से नाखुश हैं। हिंदुस्तान टाइम्स ने एक सूत्र के हवाले से कहा,"कोच हमेशा संतुलन की बात करते हैं, लेकिन कुलदीप यादव जैसे वर्ल्ड-क्लास रिस्ट स्पिनर को बाहर रखना टीम के लिए हानिकारक साबित हुआ है।"कुलदीप यादव हुए नजरअंदाजगौरतलब है कि चार टेस्ट मैचों में भारतीय टीम मैनेजमेंट ने अंशुल काम्बोज को डेब्यू कराया। ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर को टीम में शामिल किया, लेकिन कुलदीप यादव को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि टीम के साथ दौरे पर मौजूद राष्ट्रीय चयन समिति के दो सदस्य अजीत आगरकर और पूर्वी क्षेत्र के प्रतिनिधि शिव सुंदर दास की भूमिका पर भी अब सवाल उठने लगे हैं।बता दें कि आगरकर लगातार टीम के साथ मौजूद रहे हैं। उन्हें अक्सर हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल के साथ लंबी बातचीत करते देखा गया है। जुलाई 2023 में भारत के चीफ सेलेक्टर बने अगरकर के कार्यकाल को दो साल हो चुके हैं।गेंदबाज़ी कोच मॉर्ने मोर्कल पर भी खतरारिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि गेंदबाज़ी कोच मॉर्ने मोर्कल और गौतम गंभीर के सहायक कोच रयान टेन डोशेटे भी जांच के दायरे में हैं। इंग्लैंड टूर के बाद बीसीसीआई की समीक्षा बैठक में इन दोनों की भूमिका पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। बीसीसीआई फिलहाल सितंबर में होने वाले एशिया कप 2025 तक इंतज़ार करने की योजना में है, जिसके बाद इन दोनों पदों पर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।