बीसीसीआई vs लोढ़ा पैनल- आईपीएल के समर्थन में आए पूर्व क्रिकेटर

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के बयान कि 'अगर बोर्ड ने लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर अमल किया तो उसे पैसों से लबरेज इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन रद्द करना पड़ेगा या फिर अगले वर्ष इंग्लैंड में होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से अपना नाम वापस लेना होगा', पर पूर्व भारतीय खिलाड़ियों पार्थिव पटेल, हरभजन सिंह और इरफान पठान ने भारत की प्रमुख टी20 प्रतियोगिता के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया है। सोमवार को ठाकुर ने जस्टिस लोढ़ा पैनल को निशाना बनाते हुए जवाब दिया कि आईपीएल से पहले और बाद में पंद्रह दिनों के समय की जरुरत होगी। उन्होंने कहा कि चैंपियंस ट्राफी का कार्यक्रम 1-18 जून का है जबकि आईपीएल मई के आखिरी सप्ताह तक खत्म हो जाएगा। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए पार्थिव पटेल ने कहा कि आईपीएल ने भारतीय क्रिकेट की तस्वीर को पूरी तरह बदल कर रख दिया है। वहीं बड़ौदा के कप्तान और पूर्व आल राउंडर इरफ़ान पठान ने बताया कि आईपीएल से सभी वर्ग के लोगों का फायदा हुआ है। उनके अलावा टर्बनेटर हरभजन सिंह ने भी आईपीएल का समर्थन करते हुए कहा कि आईपीएल बेहतरीन अनुभवों में से एक है। साथ ही साथ उन्होंने लोढ़ा पैनल पर निशाना साधते हुए कहा कि में लोढ़ा पैनल को याद दिलाना चाहता हूँ की आईपीएल कोई 'तमाशा' नहीं है। पार्थिव पटेल, इरफ़ान पठान और हरभन सिंह के साथ हुए ANI के इंटरव्यू कुछ अंश-

तीनों खिलाड़ियों के बयान तब सामने आए हैं जब लोढ़ा समिति ने सुप्रीम कोर्ट में बीसीसीआई पर सख्त रवैया अपनाने की सिफारिश की। इस सुनवाई में भारतीय क्रिकेट प्रशासन के भविष्य का फैसला होना था। सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी देने के बावजूद बीसीसीआई ने रक्षात्मक रवैया अपनाया है। भारत के मुख्य न्यायाधीश टी एस ठाकुर की अध्यक्षता वाली बेंच जल्द ही लोढ़ा समिति की रिपोर्ट पर बीसीसीआई का पक्ष सुनेगी। समिति ने सिफारिश की है कि बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों को बदलना चाहिए क्योंकि बीसीसीआई ने 30 सितंबर तक की डेडलाइन तक समिति की सिफारिशों का पालन नहीं किया।