भारत के मुख्य कोच के रूप में रवि शास्त्री का लंबा कार्यकाल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी-20 विश्व कप के बाद समाप्त हो रहा है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अगले मुख्य कोच की तलाश अनौपचारिक तौर पर शुरू कर दी है। वहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक बीसीसीआई किसी विदेशी पेशेवर को भारतीय टीम के मुख्य कोच के रूप में नियुक्त नहीं करना चाहता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक़ बीसीसीआई के सूत्र ने इस संदर्भ में कहा है कि नया मुख्य कोच एक भारतीय होगा। एक भारतीय कोच के साथ टीम मैनेजमेंट बेहतर ढंग से काम करता है। यह भूमिका आईपीएल से अलग है।
बोर्ड अनिल कुंबले की मुख्य कोच के रूप में वापसी की संभावना से भी इनकार कर रहा है। अधिकारी ने आगे कहा कि हमने प्रमुख भारतीय खिलाड़ियों के साथ बातचीत की है। हालांकि, उनके सुझाव बाध्यकारी नहीं हैं। ऐसे में बेवजह ड्रेसिंग रूम का माहौल खराब नहीं किया जा सकता।
कुंबले साल 2016-17 में भारतीय टीम के हेड कोच की भूमिका निभा चुके हैं। उस दौरान कप्तान कोहली के साथ हुए मनमुटाव के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
वहीं कुंबले का आईपीएल में भी कोचिंग का अच्छा रिकॉर्ड नहीं रहा है। अब तक जॉन राइट, ग्रेग चैपल, गैरी कर्स्टन और डंकन फ्लेचर के रूप में चार विदेशी कोच भारतीय टीम के साथ काम कर चुके हैं। इनमें से चैपल का दो साल का कार्यकाल सबसे विवादों भरा रहा था। भारतीय टीम के 2007 के एकदिवसीय विश्व कप में खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था।
दूसरी ओर जॉन राइट के कार्यकाल के दौरान सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने अच्छा प्रदर्शन किया था। वहीं कोच के रूप में गैरी कर्स्टन का कार्यकाल सबसे शानदार रहा है। भारत ने 2011 का एकदिवसीय विश्व कप कस्टर्न के कार्यकाल में, धोनी की कप्तानी में जीता था।
बोर्ड पिछले कुछ समय से संभावित उम्मीदवारों के साथ अनौपचारिक विचार-विमर्श कर रहा है। वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान आईपीएल कोचिंग अनुभव वाले तीन प्रमुख नाम हैं जिन पर विचार किया जा सकता है।