बीसीसीई चाहती है कि भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली 14 जून को अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले एकमात्र टेस्ट में टीम की कप्तानी करें। हालांकि इसका मतलब यह है कि विराट को इंग्लैंड में जाकर काउंटी खेलने के प्लान में बदलाव करने होंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपि रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा है, "विराट कोहली अगर अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले टेस्ट को छोड़कर काउंटी खेलने जाते हैं, तो इससे बुरा असर पड़ सकता है। इससे यह मैसेज जाएगा कि हम अपनी प्रतिद्वंदी टीम को हल्के में ले रहे हैं और यह उनके साथ-साथ ब्रॉडकास्टर्स के साथ भी गलत होगा। अगर वो उस समय इंग्लैंड में हो, तो वो इस टेस्ट के लिए वापस भारत आए और उसके बाद वापस जाकर काउंटी खेल सकते हैं। इसके अलावा उन्हें अगर काउंटी खेलनी ही है, तो वो आईपीएल गेम्स को छोड़ने का फैसला भी कर सकते थे।" हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित सीओए भारतीय टीम के इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट खिलाडियों को जल्द ही हालातों से तालमेल बिठाने के लिए वहां भेजना चाहते हैं। आपको बता दें कि भारत का इंग्लैंड दौरा जुलाई में शुरू होगा, जहां भारतीय टीम 3टी20, 3 एकदिवसीय और 5 टेस्ट मैच खेलेगी। अजिंक्य रहाणे, मुरली विजय समेत कई खिलाड़ी भारत ए के साथ इंग्लैंड में जाकर फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल सकते हैं। उस टीम के कोच राहुल द्रविड होंगे और उनके रहते हुए खिलाड़ियों को काफी मदद मिलेगी। इस समय चेतेश्वर पुजारा और इशांत शर्मा इंग्लैंड में ही है और वो वहां काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं। इसके अलावान विराट कोहली ने भी सरे टीम के साथ करार किया था और वो आईपीएल के बाद काउंटी क्लब से जुड़ने वाले थे। हालांकि अब देखना होगा कि विराट कोहली इंग्लैंड दौरे से पहले काउंटी क्लब में खेलते हुए अच्छी तरह से तैयारी कर पाएंगे या नहीं।