ऐसा प्रतीत होता है कि भारत में दृष्टिहीन क्रिकेट के 'अच्छे दिन' की शुरुआत हो चुकी है। यह जानकारी मिली है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पिछले महीने विश्व कप टी20 विजेता दृष्टिहीन भारतीय क्रिकेट टीम को एक करोड़ रुपए ईनामी राशी देने का फैसला किया है। भारत ने बैंगलोर में चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 9 विकेट से हराकर फाइनल मुकाबला जीता था। भारतीय टीम ने दृष्टिहीन विश्व कप 2017 का ख़िताब जीतकर कर भारतीय क्रिकेट फैंस का दिल जीत लिया है। इस बड़ी जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दृष्टीहीन भारतीय टीम से मुलाकात की थी। टीम को ईनामी राशी देने का फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकीय कमेटी (सीओए) ने 25 फरवरी को मुंबई में लिया था। चार सदस्यीय सीओए की अध्यक्षता पूर्व कैग विनोद राय कर रहे हैं, जिसमें लोकप्रिय इतिहासकार रामचंद्र गुहा, आईडीएफसी के मैनेजिंग डायरेक्टर विक्रम लिमये और पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान डायना एडुल्जी भी शामिल हैं। यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री से मिली भारतीय दृष्टिहीन क्रिकेट टीम यह इनामी राशि क्रिकेट एसोसिएशन फोर द ब्लाइंड इन इंडिया (सीएबीआई) को दी जाएगी, जो फिर खिलाड़ियों में राशी को वितरित करेंगे। भारत में दृष्टिहीन क्रिकेटरों को खेल जारी रखने में काफी तकलीफ हो रही थी, क्योंकि वह आर्थिक समस्याओं से गुजर रही थी। विश्व कप विजेता टीम के कई खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में खेलने के लिए अपना वेतन तक कटाना पड़ा। इस वजह से भारत में दृष्टिहीन क्रिकेट काफी मुश्किलों से गुजर रहा था। बहरहाल, टीम इंडिया के कोच पैट्रिक राजकुमार ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया से शुक्रवार को कहा, 'यह शानदार संकेत है। यह बात सिर्फ पैसों की नहीं बल्कि पहचान मिलने की है।' सीएबीआई अध्यक्ष जीके महंतेश ने कहा, 'बीसीसीआई की इस तरह की घोषणा और प्रतिबद्धता हमारे लिए काफी मायने रखती है। मेरा दिल से शुक्रिया उस नई टीम को, जिसने यह फैसला लिया। हमने विश्व कप आयोजित कराने के लिए लोन लिया था।' भारतीय टीम के कप्तान अजय रेड्डी ने कहा, 'बीसीसीआई के इस फैसले से खुश हूं और उनका शुक्रगुजार हूं। अब हमारी टीम को आर्थिक संकट से नहीं जूझना होगा। टीम के सभी खिलाड़ी तनाव मुक्त होकर खेलेंगे। हम पिछले कई वर्षों से इस पल का इंतजार कर रहे थे। बीसीसीआई के इस फैसले से टीम काफी बदलाव आएंगे।'