भारतीय टीम के टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने इंदौर के होलकर स्टेडियम पर तीसरे व अंतिम टेस्ट के चौथे दिन न्यूजीलैंड को 321 रन से हराकर सीरीज में 3-0 से वाइटवॉश करने के बाद ऑफस्पिनर हरभजन सिंह के ट्वीट का करारा जवाब दिया। न्यूजीलैंड पर 3-0 से क्लीन स्वीप करने के बाद भारत ने आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में आधिकारिक रूप से नंबर-1 स्थान हासिल किया और कप्तान विराट कोहली ने महान भारतीय ओपनर सुनील गावस्कर से आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप की गदा हासिल की। मगर जब टीम के सभी खिलाड़ी जश्न मनाने के मूड में थे, तब कोहली ने टीम के जीतने की बात बताई और हरभजन सिंह के हाली ही में किए ट्वीट का जवाब भी दिया। हरभजन ने कहा था कि स्पिनरों के लिए मददगार पिच बनने की वजह से रविचंद्रन अश्विन को ज्यादा विकेट लेने में कामयाबी मिल रही है। हालांकि रणजी ट्रॉफी खेल रहे हरभजन सिंह ने भारतीय टीम को 3-0 से सीरीज जीतने पर बधाई दी, लेकिन इससे पहले उन्होंने पिच के बारे में ट्वीट करके खलबली मचा दी थी। उन्होंने संकेत दिया था कि जिस तरह की पिचों पर अश्विन खेल रहे हैं, अगर मैं और कुंबले ऐसी पिच पर खेलते तो हमारे विकेटों की संख्या बहुत ज्यादा होती।
कोहली का करारा जवाब रविचंद्रन अश्विन ने तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 59 रन देकर 7 विकेट चटकाए और भारत को चौथे दिन के अंदर मैच जिताने में मदद की। उन्होंने मैच में कुल 13 विकेट लिए। यह पूछने पर कि हरभजन सिंह ने हाल ही में अश्विन को मिल रही मददगार पिच पर ट्वीट किया था तो कोहली खुश नजर नहीं आए। कप्तान ने मैच के बाद कहा, 'अगर पिच पर टर्न अच्छा भी मौजूद हो तो आपको अच्छी गेंदबाजी करना होती है। स्पिन ऐसी चीज नहीं है जो सिर्फ पिच के बाहर की हो। यह आपके गेंद में मिश्रण और कंधे के इस्तमाल पर निर्भर करता है। जब हम न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप में हारे थे तो मुझे अच्छे से याद है कि उनके स्पिनर्स को गुणी स्पिनर्स बताया जा रहा था और हमें हार के लिए दोषी ठहराया गया! मुझे अब इस मामले में बात करने वाला कोई नजर नहीं आता।' उन्होंने साथ ही कहा, 'न्यूजीलैंड के वही स्पिनर्स इस सीरीज में भी खेल रहे थे। उन्होंने विकेट क्यों नहीं लिए? ये बहुत ही आसान हुआ ना। हमारे तेज गेंदबाजों ने भी हर जगह विकेट लिए। आप एक बल्लेबाज को सीमेंट की विकेट पर बल्लेबाजी के लिए कहेंगे तो उसका मानसिकता स्थापित होगी। यह बिलकुल उतना ही आसान है। मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहता हूं।' आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप की गदा हासिल करने के बाद कोहली ने टीम के रवैये के बारे में भी बाते की। उन्होंने कहा, 'हमने बिलकुल सही फैसला लिया। हमें अपने कौशल पर भरोसा है, न कि परिस्थिति या वातावरण अपने मुताबिक बनाने का। हम अपने आप को अभिव्यक्त करना चाहते हैं। हमने दो टेस्ट चार दिनों के अंदर खत्म किए, जिससे हमें काफी विश्वास मिला।' कोहली ने यह भी कहा कि उनका लक्ष्य सकारात्मक क्रिकेट खेलना है और गेंदबाजों को अपने आप को अभिव्यक्त करने का देने है। उन्होंने कहा, 'हमने दूसरी पारी में सकारात्मक क्रिकेट खेलने का प्रयास किया और गेंदबाजों को अपने-आप को अभिव्यक्त करने का मौका दिया। हमने साथ ही आक्रमक फील्डिंग सजाई। वह ऐसी परिस्थिति थी कि जहां हम उन्हें मैच से बाहर करना चाहते थे। पिछले दोनों टेस्ट हमारे लिए शानदार रहे और इसी वजह से हम चार दिन में मैच खत्म करने में कामयाब रहे।'