क्रिकेट के मैदान पर कई बार बल्लेबाजी करने के दौरान बल्लेबाज टीम को हर हाल में जीत दिलाने के मकसद से मैदान पर उतरते हैं। जीत के लिए विकेट पर जम गए खिलाड़ी के बल्ले से रन के साथ-साथ रिकॉर्ड भी निकलते हैं। ऐसे खिलाड़ी अपने नाम साथ ऐसा रिकॉर्ड दर्ज करा जाते हैं जो लंबे समय तक याद किया जाता रहे। क्रिकेट के पटल पर वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले कई खिलाड़ी रहे हैं। किसी भी खिलाड़ी के लिए वनडे मैच में दोहरा शतक जड़ना बेहद मुश्किल में माना जाता रहा है।
आमतौर पर लोगों को यही पता है कि क्रिकेट जगत में पहला दोहरा शतक भारत के स्टार बल्लेबाज रहे सचिन तेंदुलकर ने जड़ा था लेकिन आपको बता दें कि एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में पहला दोहरा शतक लगाने का कीर्तिमान किसी पुरुष नहीं बल्कि महिला के नाम दर्ज है। असल में यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी बेलिंडा क्लार्क के नाम हैं। सितंबर 1970 को ऑस्ट्रेलिया के न्यूकासेल में जन्मीं इस खिलाड़ी ने अपनी टीम को विश्वविजेता भी बनाया है।
मुंबई में जड़ा था दोहरा शतक:
डेनमार्क के खिलाफ इस खिलाड़ी ने 1997-98 के महिला विश्व कप मुकाबले के 18वें मैच में 155 गेंदों में 229 रन बनाए और नाबाद रहीं। यह पारी उन्होंने मुंबई के मैदान पर ही खेली थी। सबसे शानदार बात यह है कि इस महिला खिलाड़ी ने इस पारी में सिर्फ एक ही छक्का जड़ा था। गौरतलब है कि सचिन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फरवरी 2010 में सचिन तेंदुलकर ने 200 रन बनाए थे जिसे पूरी दुनिया में पहले दोहरे शतक के रूप में याद किया जाता है। हालांकि क्लार्क ने इससे करीब 13 साल पहले ही यह कारनामा कर दिया था।
रोहित शर्मा ने तोड़ा था रिकॉर्ड:
क्लार्क ने इस पारी में 22 चौके लगाए, लेकिन वह छक्का एक भी नहीं लगा पाई। ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम ने 412 रन बनाए थे। इस मैच में डेनमार्क की पूरी टीम 49 रनों पर आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने ये मैच 363 रनों से जीत लिया। क्लार्क का यह रिकॉर्ड तब टूटा जब रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ 264 रनों की पारी खेली। बेलिंडा क्लार्क के नाम 118 वनडे मैचों में 4844 रन दर्ज हैं। हालांकि महिला खिलाड़ियों को नजरअंदाज करने का आंकलन इसी बात से लगाया जा सकता है कि क्लार्क जैसे खिलाड़ियों के खास रिकॉर्ड को इतनी तवज्जो नहीं मिलती।
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