भारतीय टीम (India Cricket team) के पूर्व क्रिकेटर अरुण लाल (Arun Lal) ने सोमवार को बंगाल क्रिकेट टीम (Bengal Cricket team) के हेड कोच पद से इस्तीफा दिया, लेकिन उनके इस फैसले से टीम के खिलाड़ी हैरान हैं। स्पोर्ट्सकीड़ा को सूत्रों से जानकारी मिली है कि हाल ही में संपन्न रणजी (Ranji Trophy) सीजन के दौरान अरुण लाल ने किसी को संकेत नहीं दिया था कि वो इस्तीफा देने का फैसला लेने वाले हैं।
66 साल के अरुण लाल ने विवाद नहीं होने के लिए उम्र और थकान को इस्तीफा देने का प्रमुख कारण बताया। अरुण लाल ने जिस टीम को आकार दिया, उसे अपने इस्तीफे की जरा भी जानकारी नहीं दी। खिलाड़ियों को नहीं पता कि आखिर यह फैसला क्यों लिया गया।
अरुण लाल ने 18 जून को मध्यप्रदेश के हाथों सेमीफाइनल में मिली शिकस्त के बाद बंगाल रणजी टीम की हौसलाअफजाई की थी और अगले सीजन के बारे में बातचीत भी की थी। स्पोर्ट्सकीड़ा को सूत्रों ने बताया, 'मैच के बाद हमने ड्रेसिंग रूम में बातचीत की, जहां लाल ने बताया कि हमें अगले सीजन में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए क्या करना चाहिए। मगर उन्होंने इस्तीफा देने के बारे में जरा भी जिक्र नहीं किया।'
बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अविषेक डालमिया इस समय लंदन में हैं। अरुण लाल ने 2019 में साईराज बहुतले से कोच पद की जिम्मेदारी हासिल की थी। लाल ने अपना इस्तीफा कैब सचिव स्नेहाशीष गांगुली को सौंपा है। राज्य संघ ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
अरुण लाल के नेतृत्व में बंगाल ने 2019-20 सीजन में 13 साल के बाद रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह बनाई थी। हाल ही संपन्न रणजी ट्रॉफी सीजन में बंगाल का सफर सेमीफाइनल में मध्यप्रदेश के हाथों मिली शिकस्त के बाद समाप्त हुआ।
बंगाल क्रिकेट इस समय दो तगड़े झटकों से जूझ रहा है। अरुण लाल ने हेड कोच पद से इस्तीफा दिया। इससे पहले ऋद्धिमान साहा ने बंगाल क्रिकेट से अपना नाता तोड़ा और आगामी सीजन के लिए त्रिपुरा के साथ करार किया।