रिकी पोंटिंग मध्यक्रम के आक्रामक बल्लेबाज़ थे। तेज गेंदबाज़ी की वह बखिया उधेड़ देते थे। उन्हें प्राकृतिक तौर पर बेहतरीन टाइमिंग और स्ट्रोक खेलने का तोहफा मिला हुआ था। उनके शॉट में जादू था। पोंटिंग की स्ट्रोक खेलने की क्षमता और फ्रंट फुट पर आकर शफल करना शानदार था।
पोंटिंग अपने जमाने के बेहतरीन फील्डर भी थे। जोंटी रोड्स के बाद रिकी का नाम आता था। उन्होंने कई सांसे थाम देने वाले कैच भी पॉइंट पर पकड़े थे।
4) डैरेन लेहमन-बूफ
लेहमन मध्यक्रम के टिकाऊ बल्लेबाज़ थे। इसके अलावा वह कभी भी जोरदार शॉट लगाने में सक्षम थे। लेहमन विपक्षी टीम को अपनी बल्लेबाज़ी से संकट पैदा कर देते थे। वह लगातार मध्यक्रम में बेहतरीन बल्लेबाज़ी किया करते थे।
इसके अलावा वह अपनी बाएं हाथ की धीमी गेंदबाज़ी से ऑस्ट्रेलिया के लिए जरुरी समय पर विकेट भी निकालते थे।
5) स्टीव वॉ-टुग्गा
स्टीव वॉ कभी हार न मानने वाले क्रिकेटर थे। वह मध्यक्रम के खब्बू बल्लेबाज़ थे। स्टीव तकनीकी तौर पर काफी दक्ष खिलाड़ी थे। उन्होंने कई सांसे थाम देने वाली पारियां खेली थी। स्टीव कभी भी हार नहीं मानते थे। इसके साथ ही वह एक मध्यम गति गेंदबाज़ भी थे। जिससे ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज़ी में गहराई आती थी।