भारतीय तेज़ गेंदबाजी की महत्वपूर्ण कड़ी भुवनेश्वर कुमार मैदान पर बेहद शांत दिखते हैं। डेथ ओवरों जैसी मुश्किल परिस्थिति में भी इन्हें एकदम एकाग्रता के साथ शांत और सहज पाया जाता है। लेकिन भुवनेश्वर कुमार मैदान के बाहर उतने ही मज़ाकिया और रोचक स्वभाव के हैं जितने भारतीय क्रिकेट टीम के उनके ज्यादातर दूसरे साथी खिलाड़ी हैं। हाल ही में भुवनेश्वर कुमार को वेब शो ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस में आमंत्रित किया गया था। शो के मेजबान गौरव कपूर ने इस मौके पर उनसे भारतीय टीम से जुड़े हुए पहलुओं और किस्सों पर सवाल किए , जिनके जवाब भुवी ने बड़ी बेबाकी से दिए। जब इस खिलाड़ी से पूछा गया कि भारतीय टीम में सबसे बड़ा फेंकू कौन है? तो भुवी ने तुरंत रविंद्र जडेजा का नाम लिया। उन्होंने कहा जडेजा अपने गांव के ऐसे किस्से सुनाने के लिए मशहूर हैं जो दुनियाभर में कहीं नहीं घट सकते, इन पर विश्वास होना एकदम नामुमकिन होता है। इससे पहले भी कई बार रविंद्र जडेजा को अविश्वसनीय कहानियां सुनाने के लिए फेंकू की उपाधि से नवाजा जा चुका है। भुवी ने आगे बताया जब भी जडेजा ऐसी कहानियां सुनाने लगते हैं , विराट कोहली तुरंत उनका मजाक उड़ाने लग जाते हैं। इसी कारण से जडेजा ने विराट कोहली के आसजपास रहते ऐसे किस्से सुनाना बंद कर दिया है। इसके अलावा भुवी ने अपनी ज़िंदगी से जुड़े कई रोचक किस्से सुनाए। उन्होंने बताया कि उनके माता पिता चाहते थे वो सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें। एक बार जब वह अंडर-15 खेलकर वापस आये तो दसवीं के बॉर्ड एग्जाम में सिर्फ एक महीना बचा था , उनके पिता को लगा कि वो दसवीं में फेल हो जाएंगे , तब वह एक ही महीने में तीन - तीन ट्यूशन जाकर फर्स्ट डिवीजन में पास हुए। भुवी ने साथ ही सचिन तेंदुलकर को प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पहली बार शून्य पर आउट करने का लम्हा भी बयान किया। उन्होंने बताया कैसे वो उस समय स्तब्ध रह गए थे। उन्होंने उस सफलता का श्रेय मोहम्मद कैफ को दिया।