टी20 क्रिकेट में हमेशा से बल्लेबाजों का बोलबाला रहा है लेकिन टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने इसे एक बार फिर गलत साबित कर दिया है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज जीत में सबसे अहम योगदान रहा तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का रहा, जिन्होंने 3 मैचों में कुल 7 विकेट झटकते हुए मैन ऑफ द सीरीज का खिताब अपने नाम किया। ऐसा लगातार तीसरी बार हुआ है कि टीम इंडिया का कोई तेज गेंदबाज टी20 सीरीज में मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहा हो। इससे पहले पिछली सीरीज में श्रीलंका के खिलाफ जयदेव उनादकट मैन ऑफ द सीरीज रहे थे जिसमें उन्होंने 4.88 की बेहतरीन इकोनॉमी के साथ 9 ओवर में 44 रन देकर 4 विकेट चटकाए थे। वहीं कीवी टीम के खिलाफ जसप्रीत बुमराह ने 10 ओवर में 69 रन देते हुए 3 विकेट चटकाते हुए मैन ऑफ द सीरीज का खिताब जीता था। इस सीरीज़ के तीसरे मैच में बुमराह ने 2 ओवर में मात्र 9 रन खर्चते हुए 2 विकेट निकालकर भारत को मैच जिताया था। भुवनेश्वर कुमार ने इस सीरीज में अपने टी20 करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया। कुमार ने पहले टी20 मैच में 4 ओवर में 24 रन देकर 5 विकेट झटके थे। हालांकि दूसरे टी20 मैच में भुवी को कोई विकेट नहीं मिल पाया। इस बार साउथ अफ्रीका में भुवनेश्वर कुमार ने ये खिताब अपने नाम किया।उन्होंने तीसरे टी20 मैच में 4 ओवर में महज 24 रन देकर 2 विकेट लिए और वो सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट झटकने वाले गेंदबाज रहे। भुवनेश्वर का इकॉनमी रेट सिर्फ 6.09 रहा।इसके साथ भुवी किसी एक टी20 सीरीज में 7 विकेट झटकने वाले पहले भारतीय तेज गेंदबाज बन गए हैं। भुवनेश्वर कुमार ने मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड हासिल करने के बाद कहा, ' किसी भी सीरीज में अच्छा प्रदर्शन आपकी तैयारी पर निर्भर करता है। आईपीएल ने गेंदबाजों को सोचना सिखाया है। पॉवर प्ले में कम से कम रन देना बेहद जरूरी होता है। आपको चीजें सामान्य रखनी चाहिए और स्लोअर, नकल गेंद का इस्तेमाल सही समय पर करना चाहिए।'