क्रिकेट बेहद ही मनोरंजक खेल है जिसमें अटपटी घटनाएं होती ही रहती हैं। रविवार को ऑस्ट्रेलिया में खेली जाने वाली बिग बैश लीग में भी ऐसी ही एक घटना घटी - जब माइकल क्लिंगर को ओवर की ‘सातवीं’ गेंद पर आउट करार दिया गया। मैदानी अंपायर की चूक की वजह से ये घटना घटी। इस घटना ने एक बार फिर अंपायरों की साख पर सवालिया निशान लगा दिया है।
रविवार को पर्थ के ऑप्ट्स स्टेडियम में पर्थ स्कॉर्चर्स और सिडनी सिक्सर्स के बीच मुकाबला खेला जा रहा था। सिडनी सिक्सर्स द्वारा दिए गये 177 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पर्थ स्कॉर्चर्स ने अपने सलामी बल्लेबाज क्लिंगर का विकेट 2 रन के स्कोर पर दूसरे ओवर की सातवीं गेंद पर गंवा दिया।
थर्ड अंपायर के विकेट की पुष्टि करते ही स्कोरचर्स का स्कोर 15 रन के स्कोर पर 1 विकेट हो गया। हालांकि कैमरन बैनक्रोफ्ट के 87 और कप्तान एश्टन टर्नर के 60 रन की मदद से घरेलू टीम स्कॉर्चर्स ने ये मुकाबला सात गेंद शेष छोड़ते हुए 7 विकेट से जीत लिया। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज बेन डवारशुइस की इस गेंद पर अंपायर ने बल्लेबाज के आउट होने की जांच तो की मगर ओवर की सातवीं गेंद से अंजान रहे। 38 वर्षीय टी20 विशेषज्ञ बल्लेबाज क्लिंगर का कैच थर्ड मैन बाउंड्री के पास स्टीव कीफ ने लपक लिया। फील्ड अंपायर ने टीवी अंपायर की मदद से कैच तो सुनिश्चित कर लिया मगर सातवीं गेंद की बात उनके जहन से गायब ही रही।
ऑस्ट्रेलिया के तीन टी20 मैच खेल चुके बल्लेबाज क्लिंगर भी इस घटना से अंजान रहे। बता दें कि इस मैच में मैदानी अंपायर जॉफ़ जोशुआ और साइमन फ्राई थे, वहीं नाथन जॉनस्टोन टीवी अंपायर की भूमिका में थे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया हालाँकि इस मैच की रिव्यु करते हुए अपना फीडबैक जरूर देगी।
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