मौजूदा दौर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी भी गेंदबाज़ के लिए डेब्यू करना आसान नहीं होता है। आजकल बल्लेबाज़ों के लिए मददगार पिच बनती हैं, ऐसे में कई गेंदबाज़ बॉलिंग मशीन बन कर रह जाते हैं। टी-20 में पहला विकेट लेना हर गेंदबाज़ के लिए रोमांचक होता है। अगर किसी गेंदबाज़ को पहला विकेट विराट कोहली के रूप में मिला हो तो ख़ुशियों पर चार चांद लग जाते हैं। दक्षिण अफ़्रीका के तबरेज़ शम्सी ने जोहान्सबर्ग के वान्डेरर्स मैदान में विराट कोहली को 26 के निजी स्कोर पर LBW आउट किया था। ये उनका अंतरराष्ट्रीय टी-20 में पहला विकेट था। हम यहां उन गेंदबाज़ों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जिनका टी-20 में पहला शिकार विराट कोहली थे।
#5 जसप्रीत बुमराह, भारत
डेथ ओवर की गेंदबाज़ी के लिए जसप्रीत बुमराह टीम इंडिया मैनेजमेंट की सबसे कामयाब खोज हैं। बुमराह की ग़ैर पारंपरिक गेंदबाज़ी और सटीक यॉर्कर गेंद उनकी गेंदबाज़ी को ख़ास बनाते हैं। विदर्भ के लिए प्रथम श्रेणी मैच से पहले वो मुंबई इंडियंस की तरफ़ से आईपीएल मैच खेल चुके थे। उनके ज़बरदस्त गेंदबाज़ी से अच्छे-अच्छे बल्लेबाज़ों के पसीने छूट जाते हैं, वो अनुभवी बल्लेबाज़ों का भी विकेट निकालने की ताक़त रखते हैं। आईपीएल में उनका पहला शिकार विराट कोहली थे जो एलबीडब्ल्यू आउट हुए थे। उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली थी।
#4 मिचेल मार्श, ऑस्ट्रेलिया
मिचेल मार्श ने साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया को अंडर-19 वर्ल्ड कप दिलाया था। उनके हरफ़नमौला खेल का हर कोई कायल है। इस खिलाड़ी ने 19 साल की उम्र में अपना पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच जोहान्सबर्ग के वांडरर्स मैदान में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ खेला था। मार्श को अपना पहला टी-20 विकेट हासिल करने के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ा था। फ़रवरी 2012 में भारत के ख़िलाफ़ सीरीज़ के दूसरे टी-20 मैच में उन्हें पहला विकेट मिला था। भारत इस सीरीज़ का पहला मैच हार चुकी थी और बराबरी के लिए टीम इंडिया को ये मैच जीतना बेहद ज़रूरी था। भारत ने पहले गेंदबाज़ी करते हुए कंगारुओं को 131 रन पर रोक दिया था। टीम इंडिया की शुरुआत सही हुई, गंभीर ने 60 गेंदों में 56 रन बनाए और विराट कोहली ने 24 गेंदों में 31 रन की पारी खेली। दोनों दूसरे विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी की थी। मिचेल मार्च ने विराट कोहली को तेज़ गेंद फ़ेका, गेंद बल्ले का बाहरी किनारे को छूती हुई विकेटकीपर मैथ्यू वेड के दस्तानों में पहुंच गई। मार्श का ये पहला विकेट टीम इंडिया को रोक पाने में नाकाम साबित हुआ। भारत ने ये मैच 8 विकेट से अपने नाम किया। भले ही ऑस्ट्रेलियाई टीम ये मैच न जीत पाई हो, लेकिन मार्श को अपना पहला टी-20 विकेट हमेशा याद रहेगा।
#3 मोहम्मद इरफ़ान, पाकिस्तान
साल 2012 में क़रीब 5 साल के अंतराल भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज़ की शुरुआत हुई थी। पाक टीम भारत के दौरे पर सर्दियों में आई थी। इस सीरीज़ में पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद इरफ़ान के कद को लेकर ख़ूब चर्चाएं हुईं। इरफ़ान की लंबाई 7 फ़ीट 1 इंच थी, जो किसी अजूबे से कम नहीं थी। अपने पहले टी-20 मैच में मोहम्मद इरफ़ान ने 25 रन देकर 1 विकेट हासिल किए थे। बैंगलौर में खेले गए इस मैच में उन्होंने विराट कोहली का विकेट लिया था। उनकी गेंद विराट के बल्ले से लगकर विकेटकीपर कामरान अकमल के दस्तानों में आ गई। पाक गेंदबाज़ों की शानदार बॉलिंग की बदौलत टीम इंडिया 9 विकेट खोकर 133 रन ही बना पाई थी। पाकिस्तान ये मैच आसानी से जीत गई और ये दिन इरफ़ान के लिए यादगार बन गया।
#2 ब्रैड हॉग, ऑस्ट्रेलिया
बाएं हाथ के गेंदबाज़ जॉर्ज बैडली हॉग अपनी ख़तरनाक गेंदबाज़ी से विपक्षी बल्लेबाज़ों के दिलों में ख़ौफ़ पैदा कर देते थे। वो कंगारू टीम के सबसे ख़तरनाक चाइनामैन बॉलर्स में से एक थे। स्टुअर्ट मैक्गिल की तरह हॉग भी शेन वॉर्न के साथ कई साल तक ऑस्ट्रेलिया टीम के सदस्य रहे हैं। जब शेन वॉर्न साल 2003 के वर्ल्ड कप के वक़्त डोप टेस्ट में फ़ेल हुए तब हॉज को मौक़ा मिला। उसके बाद ब्रैड हॉग ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनकी मौजूदगी में कंगारू टीम ने साल 2003 और 2007 का वर्ल्ड कप जीता था। एक वक़्त ऐसा आया जब वो टेस्ट मैच में अपने करियर को लेकर काफ़ी जद्दोजहद करते देखे गए। हॉग ने साल 2007-08 में टेस्ट करियर से संन्यास ले लिया था। उनका संन्यास लेना जितना चौंकाने वाला था उसे ज़्यादा उनकी वापसी हैरान करने वाली थी। वो बिग बैश लीग के ज़रिए क्रिकेट में वापस हुए और उन्होंने पर्थ स्कॉर्चर्स टीम के लिए खेलना शुरू किया। बाद में वो ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय टीम में भी दोबारा शामिल हो गए। वापसी के दौरान टी-20 में उनका पहला शिकार विराट कोहली थे। इस वजह से उनका वापस आना यादगार बन गया। सिडनी में खेले गए इस मैच में विराट कोहली ने 21 गेंदों में 22 रन बनाए थे। कोहली के आउट होने के बाद टीम इंडिया लड़खड़ा गई और 20 ओवर में 6 विकेट पर 140 रन ही बना पाई। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ़ ये मैच जीत लिया था।
#1 स्टुअर्ट मीकर, इंग्लैंड
स्टुअर्ट मीकर को साल 2012 के दौरान भारत के ख़िलाफ़ टी-20 सीरीज़ के लिए याद किया जाता है। इस सीरीज़ में मीकर ने विराट कोहली को 2 बार आउट किया था और कोहली ही उनके पहले टी-20 में शिकार थे। कोहली ने पैर पीछे करते हुए मीकर की गेंद को खेलने की कोशिश की लेकिन गेंद स्टंप में जा लगी। हांलाकि मीकर का ये योगदान इंग्लैंड टीम के काम न आ सका क्योंकि भारत ने ये मैच 5 विकेट से जीत लिया था। हांलाकि इस सीरीज़ का दूसरा मैच इंग्लैंड के लिए बेहतर रहा, अंग्रेज़ों को सीरीज़ बराबर करने के लिए ये मैच जीतना बेहद ज़रूरी था। मुंबई में खेले गए इस मैच टीम इंडिया पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी थी। इंग्लिश टीम की ये कोशिश थी कि भारत ज़्यादा रन न बना पाए। मीकर ने अपनी गेंदबाज़ी के जाल में विराट कोहली को फंसा दिया। हांलाकि टीम इंडिया 8 विकेट खेकर 177 रन बना चुकी थी। लक्ष्य पीछा करते हुए इंग्लिश कप्तान इयोन मॉर्गन ने 26 गेंदों में 49 रन की पारी खेली और जीत हासिल की। लेखक – यश मित्तल अनुवादक – शारिक़ुल होदा