#2 ब्रैड हॉग, ऑस्ट्रेलिया
बाएं हाथ के गेंदबाज़ जॉर्ज बैडली हॉग अपनी ख़तरनाक गेंदबाज़ी से विपक्षी बल्लेबाज़ों के दिलों में ख़ौफ़ पैदा कर देते थे। वो कंगारू टीम के सबसे ख़तरनाक चाइनामैन बॉलर्स में से एक थे। स्टुअर्ट मैक्गिल की तरह हॉग भी शेन वॉर्न के साथ कई साल तक ऑस्ट्रेलिया टीम के सदस्य रहे हैं। जब शेन वॉर्न साल 2003 के वर्ल्ड कप के वक़्त डोप टेस्ट में फ़ेल हुए तब हॉज को मौक़ा मिला। उसके बाद ब्रैड हॉग ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनकी मौजूदगी में कंगारू टीम ने साल 2003 और 2007 का वर्ल्ड कप जीता था। एक वक़्त ऐसा आया जब वो टेस्ट मैच में अपने करियर को लेकर काफ़ी जद्दोजहद करते देखे गए। हॉग ने साल 2007-08 में टेस्ट करियर से संन्यास ले लिया था। उनका संन्यास लेना जितना चौंकाने वाला था उसे ज़्यादा उनकी वापसी हैरान करने वाली थी। वो बिग बैश लीग के ज़रिए क्रिकेट में वापस हुए और उन्होंने पर्थ स्कॉर्चर्स टीम के लिए खेलना शुरू किया। बाद में वो ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय टीम में भी दोबारा शामिल हो गए। वापसी के दौरान टी-20 में उनका पहला शिकार विराट कोहली थे। इस वजह से उनका वापस आना यादगार बन गया। सिडनी में खेले गए इस मैच में विराट कोहली ने 21 गेंदों में 22 रन बनाए थे। कोहली के आउट होने के बाद टीम इंडिया लड़खड़ा गई और 20 ओवर में 6 विकेट पर 140 रन ही बना पाई। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ़ ये मैच जीत लिया था।